डिमांड पर डिमांड, फिर भी नहीं ध्यान
गोंडा : प्रदेश सरकार ने देवीपाटन मंडल के चारों जिलों में अनाज की उठान व वितरण का कार्य खाद्य विभाग क
गोंडा : प्रदेश सरकार ने देवीपाटन मंडल के चारों जिलों में अनाज की उठान व वितरण का कार्य खाद्य विभाग की विपणन शाखा को सौंपी थी। विपणन शाखा को एक जुलाई से आवश्यक वस्तु निगम से कार्य हस्तांतरित कर लिए जाने की हिदायत दी थी, लेकिन खाद्य विभाग की विपणन शाखा ने कर्मचारियों का अभाव बताते हुए 131 कर्मचारियों की तैनाती के लिए डिमांड भेज दी। शासन से अभी तक एक भी कर्मचारी की तैनाती नहीं हो सकी है। इससे आवश्यक वस्तु निगम से कार्य का हस्तांतरण नहीं हो सका है। अधिकारियों की मानें तो आवश्यक वस्तु निगम से कार्य लिए जाने में विभाग को दो माह का समय और लग सकता है।
मंडल के चारों जिलों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत अनाज उठान व वितरण में आए दिन कालाबाजारी व घोटाले से अधिकारियों की नाक में दम कर रखा था। तत्कालीन मंडलायुक्त रवि प्रकाश अरोड़ा ने शासन से आवश्यक वस्तु निगम से कार्य न कराकर खाद्य विभाग की विपणन शाखा से कराए जाने के लिए पत्राचार किया। शासन ने मंडल के चारों जिलों में अनाज उठान व वितरण किए जाने का दायित्व विपणन विभाग को सौंप दिया। लेकिन कर्मचारियों की तैनाती नहीं की। शासन ने एक जुलाई से हरहालत में कार्य हस्तांतरित किए जाने की हिदायत दी थी। बावजूद इसके कार्य हस्तांतरित नहीं हो सका। विभागीय अधिकारी की मानें तो गोंडा में 16, बलरामपुर में नौ, बहराइच में 14 व श्रावस्ती में पांच गोदामों के संचालन के लिए करीब 131 कर्मचारियों की आवश्यकता है। अभी विभाग में सिर्फ 11 कर्मचारी व अधिकारी तैनात है। ऐसे में आवश्यक वस्तु निगम से कार्य हस्तांतरित नहीं किया जा सकता है। शासन से कर्मचारी मिलते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा। अनाज कालाबाजारी न हो इसके लिए क्रास चे¨कग कराई जा रही है। बावजूद इसके अनाज कालाबाजारी की आशंका प्रबल हो गई है। संभागीय खाद्य नियंत्रक देवी प्रसाद ने बताया कि उनका प्रयास है कि अक्टूबर से कार्य आरंभ कर दिया जाएगा। वाहन संबंधी प्रक्रियाएं करवाई जा रही है।