यातायात व्यवस्था ध्वस्त, फंसे डीएम
गोंडा: केस एक- दोपहर के वक्त अस्पताल के सामने ही जाम लग गया। जाम के झाम में खुद जिलाधिकारी फंस गए।
गोंडा: केस एक- दोपहर के वक्त अस्पताल के सामने ही जाम लग गया। जाम के झाम में खुद जिलाधिकारी फंस गए। उनकी गाड़ी हूटर बजाती रही लेकिन जाम खत्म नहीं हुआ। करीब 15 मिनट बाद जैसे तैसे डीएम की गाड़ी आगे निकल पाई। जाम के कारण वाहनों की लंबी लाइन लग गई। जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
केस दो
- आईटीआई रोड पर स्थित गायत्रीपुरम चौराहे पर सुबह से लेकर दोपहर तक लोग जाम से जूझते रहे। यहां पर एक ओर पुलिया बन रही है, ऐसे में आने जाने वालों को काफी दिक्कत हो रही थी। लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय व रघुकुल महिला विद्यापीठ के छात्रों को पैदल ही करीब एक किलोमीटर तक का सफर तय करना पड़ा।
केस तीन
- दोपहर में करीब दो बजे इन्कैन चौराहे से थोड़ा सा आगे बढ़ने पर महिला अस्पताल के सामने वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी। यहां पर अस्पताल से मरीजों को घर छोड़ने के लिए जा रही एंबुलेंस भी फंसी रही। जाम की वजह से लोगों को काफी दिक्कतों से जूझना पड़ा। गुड्डूमल चौराहे के समीप उतरौला रोड पर भी लोग जाम से परेशान नजर आए।
यह नजारा, सोमवार को आम रहा। शहर के हर चौराहे पर जाम से हर कोई परेशान रहा। एक तो तेज धूप के कारण गर्मी से लोग जूझते रहे। उसमें जाम के झाम ने लोगों की बेचैनी को बढ़ा दिया। जिससे बच्चे हो या बूढ़े हर किसी के चेहरे पर बेचैनी का भाव दिखा। पंचायत चुनाव के आरक्षण को लेकर गांवों से भी लोग सोमवार को शहर आए थे। इससे पूरा शहर धीरे धीरे रेंगता रहा। आयुक्त आवास के सामने से विकास भवन को जाने वाली सड़क पर भी दिन भर जाम से लोग जूझते रहे। यहां पर बन रहे फुटपाथ के कारण भी लोगों को परेशानी हुई। एलबीएस चौराहे पर दिन भर जाम का संकट बना रहा। यही हाल बड़गांव चौराहे पर भी रहा।
सीओ सिटी अखंड प्रताप ¨सह का कहना है कि शहर को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए यातायात पुलिस कर्मियों को निर्देश दिया गया है।