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फुटपाथ का निकल रहा दम, पग रखने को तरस रहे हम

गोंडा : जिस फुटपाथ का निर्माण पैदल चलने के लिए कराया गया था, उस पर अतिक्रमण हो गया है। बस स्टॉप से इ

By Edited By: Published: Thu, 30 Jul 2015 11:19 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jul 2015 11:19 PM (IST)
फुटपाथ का निकल रहा दम, पग रखने को तरस रहे हम

गोंडा : जिस फुटपाथ का निर्माण पैदल चलने के लिए कराया गया था, उस पर अतिक्रमण हो गया है। बस स्टॉप से इनकैन चौराहे तक सड़क के दोनों तरफ फुटपाथ पर ठेले, रोडवेज बसें व अन्य वाहन खड़े रहते हैं। इससे बुजुर्गों, बच्चों, महिलाओं व विकलांगों की राह मुश्किल हो गई है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की आंखों पर बंधी पट्टी नहीं खुल पा रही है। इन अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा उन लोगों को भुगतना पड़ रहा है, जो सड़क के बीचोबीच होकर निकल रहे है। यदि अधिकारियों ने शीघ्र ही इन अतिक्रमणकारियों के खिलाफ अभियान नहीं चलाया तो फुटपाथ का नामोनिशान मिट जाएगा।

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चलाएं अभियान ताकि राह हो सके आसान

-डॉ. शैलेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि उक्त मार्ग से प्रतिदिन 40 हजार लोगों को आवागमन होता है। इनमें पांच हजार लोग पैदल बहराइच रोड स्थित कुष्ठ आश्रम तक टैक्सी स्टैंड तक आते-जाते हैं। बावजूद इसके अधिकारियों ने कभी भी फुटपाथ को अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराने की नहीं सोची। अब तो बस स्टाप से इनकैन तक पैर रखना भी खतरे से खाली नहीं है। फुटपाथ पर हर वक्त रोडवेज की बसें खड़ी रहती है। यदि बसें नहीं है तो ठेले वाले कब्जा जमा लेते हैं। इससे पैदल चलने वाले लोग सड़क के बीचोबीच होकर निकलने को विवश हैं।

-जितेंद्र कुमार ¨सह का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा उन लोगों को भुगतना पड़ रहा है। यदि प्रशासनिक अधिकारियों ने फुटपाथ पर हुए अतिक्रमण की अनदेखी न की होती तो उस पर अतिक्रमण नहीं होता। वह लोग तो किसी तरह सड़क पर होकर निकल लेते हैं। लेकिन उन लोगों के घरों की महिलाएं व बुजुर्ग नहीं चल पाते हैं। उन्हें चलते वक्त दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।

-सचिन कुमार ¨सह का कहना है कि सड़क की मरम्मत कराना तो दूर लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं ने फुटपाथ का भी ध्यान नहीं रखा। फुटपाथ क्षतिग्रस्त होकर टूट गए। जहां फुटपाथ बचे थे वहां अतिक्रमण हो गया। इन अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। ताकि लोग आसानी से पैदल आ जा सके।

नहीं हो सकी बैठक

सिटी मजिस्ट्रेट एके शुक्ल का कहना है कि फुटपाथ से अतिक्रमण हटवाने के लिए अधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी। लेकिन किन्हीं कारणों के चलते बैठक नहीं हो सकी। दो तीन दिनों में अधिकारियों के साथ बैठक कर फुटपाथ से अतिक्रमण हटवाने की कवायद शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी को अतिक्रमण हटवाने के लिए लाउडस्पीकर से एनाउंस कराने का निर्देश दिया गया है।


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