एक करोड़ की पानी टंकी खाली, नहीं चल रहे पंप
गोंडा: दो लाख की आबादी को शुद्ध पानी मुहैया कराने के लिए बनाई गई पानी टंकियों में चार टंकी दो साल से
गोंडा: दो लाख की आबादी को शुद्ध पानी मुहैया कराने के लिए बनाई गई पानी टंकियों में चार टंकी दो साल से खाली है। कारण इनका पंप नहीं चल पा रहा है। इनके पास दो साल पंप चालक ही नहीं है। इससे चालीस हजार लोगों के घरों का पानी दूसरी टंकियों से आ रहा है। इससे उस इलाके में पानी का दबाव कम रहता है।अरबन स्ट्रक्चर डेवलेपमेंट आफ स्कीम स्माल एंड मीडियम टाउन योजना के तहत 12 टंकी, 28 पंप व 500 पोस्ट बनाये गये। पाइप लाइन डाली गई। इन कार्यों पर 12 करोड़ रुपये खर्च हुए। इनमें चार टंकियां बंद हैं। पहली टंकी खैरा मंदिर के पास बनी जिससे बलवंतपुरवा को पानी जाना था। न टंकी चली और न वहां पानी पहुंचा। इससे दस हजार लोग पानी से वंचित हो गये। दूसरी टंकी पुलिस लाइन महिला थाना के पास बनी जिससे सिविल लाइन इलाके के पांच हजार लोगों का पानी का लाभ मिलना है। इसके आस-पास कालानी को पानी का कनेक्शन दिया जाना था लेकिन दो साल से यह टंकी नहीं चली तो कनेक्शन का सवाल ही नहीं है। तीसरी टंकी जीआइसी के पास है जिसको दो साल पहले नपाप ने ले लिया लेकिन एक बूंद पानी नहीं निकला। कारण यहां पंप चालक ही नहीं है। इस तरह कुल आठ टंकी ही चल पा रही है। इससे पानी का प्रेशर लो रहता है। बगैर टुल्लू के पानी दो मंजिला पर पानी नहीं पहुंचता। यह समस्या करीब तीस हजार लोगों के साथ है जिनके लिए नपाप का पानी कनेक्शन उपयोगी साबित नहीं हो रहा है।
क्या कहते हैं ईओ
गोंडा: अधिशासी अधिकारी ओम प्रकाश गुप्त का कहना है कि शहर में पानी का बिल लोग अदा नहीं कर रहे हैं। इससे बगैर राजस्व के पानी टंकी चलवाना आसान नहीं है। बोर्ड बैठक कर पंप चालक रखने का प्रस्ताव रखे और मानदेय की व्यवस्था कराये। मंडलायुक्त के निरीक्षण में टंकी बंद होने का मामला प्रकाश में आया जिस पर धन की समस्या के कारण ये टंकियां नहीं चल पाईं।