घाघरा में समाया आधा मीटर एल्गिन-चरसड़ी तटबंध
गोंडा: आखिरकार गुरुवार को एल्गिन-चरसरी तटबंध में कटान शुरू हो गई। पांच मीटर चौड़ाई वाले तटबंध का आधा
गोंडा: आखिरकार गुरुवार को एल्गिन-चरसरी तटबंध में कटान शुरू हो गई। पांच मीटर चौड़ाई वाले तटबंध का आधा मीटर हिस्सा नदी में समा गया, जिससे तटबंध बचने की उम्मीदें अब बोझिल होने लगी हैं। हालांकि दोनो नदियां खतरे के निशान से नीचे हैं, लेकिन कटान का खतरा बरकरार है। जिससे गोंडा के साथ हीबाराबंकी व बहराइच जिले के लोगों की बेचैनियां बढ़ गई हैं।
गुरुवार की सुबह करीब 9 बजे नदी ने रायपुरमाझा के पास तटबंध को काटना शुरू कर दिया। देखते ही देखते उसने आधे बांध को अपने आगोस में ले लिया। और बचे हुए हिस्से में आधे भाग तक दरारें पड़ गई हैं, जो किसी भी समय गिर सकता है।तटबंध को बचाने के लिये अभी तक कोई उपाय नही किया जा सका है। लेकिन नदी को कटान करने से रोंकने के लिए बल्ली गाड़ कर झाड़ व बालू भरी बोरियां डालने का कार्य करवाया जा रहा है। इसके लिए लखीमपुर व बहराइच से इंजीनियर बुलाये गये हैं। नदी के रुख को देख कर वहां मौजूद अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नही हैं। जिस गति से बचाव कार्य चल रहा है वह पर्याप्त नही है। ऐसे में नदी ने यदि कटान करना प्रारंभ किया तो बांध का कटना तय है। इसके कटने से तहसील क्षेत्र के काशीपुर, नकहरा, प्रतापपुर, वैद्यपुर, भटपुरवा, रेक्सड़िया, पूरेअंगद, पूरेअजब, शाहपुर, बहुवन मदार माझा, भौरीगंज एवं नंदौर सहित 72 गांव इसकी चपेट में आ जायेंगे। और घर मकान गिरने के साथ ही लाखों एकड़ भूमि में लगी गन्ना, धान एवं मक्का आदि की फसलें नस्ट हो जायेंगी। परिवार के साथ ही मवेशियों के सामने चारा भूसा आदि की समस्या उत्पन्न हो जायेगी। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री योगेश प्रताप ¨सह पूरे दिन तटबंध पर डेरा जमाये रहे। सुबह तटबंध पर अधिकारियों के न होने पर राज्यमंत्री नेनाराजगी जताते हुए फोन पर फटकार लगाई। उन्होंने बताया कि माझा रायपुर के पास करीब 25 फिट बांध का आध हिस्सा नदी में समा चुका है। स्थित काफी खतरनाक है। फिर भी इसे बचाने का प्रयास तेजी से चल रहा है। उन्होंने बताया कि बांध को बचाने के लिए लखीमपुर से विशेषज्ञों की तीन टीम बुलाई गई है। जो बांध के किनारे बल्ली गड़वाकर पाय¨लग का करवा रहे है। उन्होंने स्वीकार किया कि बांध को बचाने का कार्य समय से पूरा नही हो सका। जिससे यह समस्या उत्पन्न हुई है। एसडीएम कर्नलंगज वीके ¨सह ने बताया कि एक प्लाटून पीएसी भौरीगंज व पाल्हापुर चौकी पर तैनात किया जा रहा है, इसके अतिरिक्त तटबंध को बचाने के लिए सभी प्रयासकिये जा रहे हैं। स्थिति संवेदनशील है।
गुरुवार को नदियों का जलस्तर
नदी खतरे का निशान जलस्तर
घाघरा 106.07 105.46
सरयू 92.73 91.57
घाघरा नदी में डिस्चार्ज पानी-90477 क्यूसेकनोट: यह आंकड़े बाढ़ कार्यखंड से जुटाये गये हैं, जो दोपहर दो बजे तक के हैं।