मिट्टी की सेहत का 'राज' बताएगा हेल्थ कार्ड
गोंडा: बीमार मिट्टी की सेहत बिगड़ने की वजह बताने के लिए मिशन सॉडल हेल्थ कार्ड कार्यक्रम संचालित किया
गोंडा: बीमार मिट्टी की सेहत बिगड़ने की वजह बताने के लिए मिशन सॉडल हेल्थ कार्ड कार्यक्रम संचालित किया जायेगा। इसके तहत प्रत्येक किसान को तीसरे साल हेल्थ कार्ड वितरित किया जायेगा। शासन ने संबंधित जिलों के डीएम को ग्राम पंचायतों का चयन कराकर नमूने एकत्रित करने का निर्देश दिया है।
भारत सरकार ने लगातार हो रही भूमि की उर्वरा शक्ति में गिरावट को रोकने के लिए मिशन सॉइल हेल्थ कार्ड कार्यक्रम संचालित करने का निर्णय लिया था, इसके तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत के हर किसान को मिट्टी जांच के बाद हेल्थ कार्ड दिया जायेगा। जिससे किसान आवश्यकतानुसार उर्वरकों का प्रयोग कर सकें। गोंडा समेत 75 जिलों के 822 ब्लाकों की 51096 ग्राम पंचायतों में 2.33 करोड़ किसान रहते हैं। प्रत्येक किसान को तीन साल में हेल्थ कार्ड उपलब्ध कराने का लक्ष्य तय किया गया है। चालू वित्तीय वर्ष 2015-16 में 17303 ग्राम पंचायतों के 77.75 लाख किसानों के खेतों की मिट्टी जांच करके हेल्थ कार्ड वितरित किया जायेगा। कृषि निदेशक आदेश कुमार विश्नोई ने संबंधित जिले के डीएम को पत्र भेजकर ग्राम पंचायतों का चयन करके मृदा परीक्षण शुरू करने का निर्देश दिया है।
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पोषक तत्वों पर एक नजर
-नत्रजन, फॉस्फोरस, पोटाश, गंधक, ¨जक, लोहा, मैग्नीज, तांबा, बोरान आदि।
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21 दिन में करनी होगी जांच
-कार्यक्रम के तहत किसानों के खेतों से लिये गये मिट्टी के नमूनों की जांच 21 दिनों के भीतर करनी होगी। ¨सचित क्षेत्र के सीमांत कृषक (2.5 हेक्टेयर), मध्यम कृषक (5 हेक्टेयर) व बड़े कृषक (10 हेक्टेयर) व अ¨सचित क्षेत्र के किसानों का (10 हेक्टेयर) औसत मानकर एक-एक मृदा नमूने लिये जायेंगे।
कमेटी करेगी निगरानी
अधिकारी पदनाम
डीएम अध्यक्ष
उप कृषि निदेशक सचिव
जिला कृषि अधिकारी सदस्य
जिला कृषि रक्षा अधिकारी सदस्य
जिला उद्यान अधिकारी सदस्य
प्रभारी केबीके सदस्य
सहायक निदेशक मृदा सदस्य
मृदा परीक्षण के कार्यक्रम पर एक नजर
जिला ग्राम पंचायत कृषक
गोंडा 351 166759
बलरामपुर 222 98344
बहराइच 301 168598
श्रावस्ती 111 64369
बाराबंकी 334 155495
सुल्तानुपर 268 127459
फैजाबाद 243 113746
सीतापुर 443 219993
इनसेट
“शासन ने मिशन स्वॉयल हेल्थ कार्ड कार्यक्रम संचालित करने का निर्देश दिया गया है, इसके लिए हर जिले की एक तिहाई ग्राम पंचायतों का लक्ष्य तय किया गया है। गोंडा, बलरामपुर, बहराइच व श्रावस्ती के उप निदेशक कृषि को आवश्यक निर्देश दिये गये हैं।''
-आरसी शुक्ल, संयुक्त कृषि निदेशक देवीपाटन मंडल गोंडा