तेज बुखार ने एक और ¨जदगी छीनी
गोंडा: बीमारियों का प्रकोप थम नहीं रहा है। तेज बुखार से बीमार एक व्यक्ति की मंगलवार को उपचार के दौरा
गोंडा: बीमारियों का प्रकोप थम नहीं रहा है। तेज बुखार से बीमार एक व्यक्ति की मंगलवार को उपचार के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई। साथ ही यहां पर चिल्ड्रेन वार्ड सहित कई वार्ड फुल हो गए हैं। इससे अस्पताल की व्यवस्था चरमराने लगी है। वैसे अस्पताल प्रशासन व्यवस्था बेहतर बनाने का दावा कर रहा है।
बहुअन मदार मांझा निवासी मोलई को तेज बुखार से बीमार होने के कारण जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। यहां पर उपचार के दौरान उसकी हालत बिगड़ गई। मंगलवार को उसकी मौत हो गई। इसके अलावा यहां चिल्ड्रेन वार्ड फुल हो गया है। यहां पर रेखा, बसंत, मेहर, परी, ह¨रद्र सहित अन्य बच्चे डायरिया व निमोनिया से बीमार होने के कारण भर्ती कराए गए हैं। साथ ही मेडिकल वार्ड के साथ ही सर्जिकल व इमरजेंसी वार्ड भी फुल होने से परेशानी बढ़ने लगी है। इमरजेंसी मेडिकल आफीसर डॉ. टीपी जायसवाल ने कहा कि मरीजों की तादाद बढ़ने से बेड की समस्या बढ़ गई है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. घनश्याम गुप्ता का कहना है कि इस मौसम में बच्चों को धूप से बचाने की आवश्यकता है। इसके लिए अभिभावकों को विशेष ख्याल रखना चाहिए।
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डाक्टर चार, ओपीडी एक
- इसे बदहाल व्यवस्था कहें या फिर कुछ और। हड्डी रोग के चार डॉक्टर होने के बावजूद ओपीडी सिर्फ एक की ही रहती है। इससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मरीजों का कहना था कि अगर चारों डॉक्टर एक साथ ओपीडी में बैठे, तो काफी सहूलियत होगी।
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गर्मी से परेशानी
- तेज धूप के कारण जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों व भर्ती होने वाले मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी मंजिल के मेडिकल वार्ड में गर्मी के कारण मरीज मुश्किलों से दो चार होते हैं। यहां पर पेयजल सहित अन्य अव्यवस्थाओं से लोगों को जूझना पड़ रहा है।
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क्या करें
- अगर बुखार आए तो तत्काल चिकित्सक की सलाह लें।
- बुखार आने पर उसके सिर पर पानी की पट्टी रखें।
- तेज धूप में घर से बाहर निकलने से बचें।
- बदलते मौसम में पानी ज्यादा पिएं।