हड़ताल पर बीएसएनएल कर्मचारी
गोंडा: भारत संचार निगम लिमिटेड में महानगर संचार निगम लिमिटेड का विलय करने से बीस हजार करोड़ का घाटा ब
गोंडा: भारत संचार निगम लिमिटेड में महानगर संचार निगम लिमिटेड का विलय करने से बीस हजार करोड़ का घाटा बीएसएनएल को हो जाएगा। इससे निगम घाटे में डूब जाएगा और विभाग बंद हो जाएगा। इस विलय के विरोध के साथ ही अन्य मांगों को लेकर बीएसएनएल अधिकारी व कर्मचारी हड़ताल पर चले गये। पहले दिन बीएसएनएल मुख्यालय पर कार्यालय बंद कर संयुक्त धरना देकर प्रदर्शन किया गया। इसमें प्राइवेट कंपनियों को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया गया।
भारत संचार विभाग को खत्म कर भारत संचार निगम बनाया गया और दिल्ली व मुंबई में महानगर संचार निगम बना। सबसे खास बात कि एमटीएनएल बीस हजार करोड़ के घाटे में है। सरकार दोनों का विलय कराना चाहती है जो भारत संचार निगम के हित में नहीं है। मंगलवार को शुरू हुए धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए योगेंद्र ¨सह ने कहा कि भारत संचार निगम का कार्य क्षेत्र बड़ा है लेकिन सेवाओं को गति नहीं मिल पा रही है। नेटवर्क में सुधार नहीं हो पा रहा है। प्राइवेट कंपनी को बढ़ावा दिया जा रहा है। लैंड लाइन कम हो गई तब विभाग जागा और पहली मई से रात नौ से सुबह सात बजे तक मुफ्त बात करने की योजना लैंड लाइन पर लागू हो रही है।
एसबी¨सह ने कहा कि भारत ब्राड बैंड लिमिटेड को भारत संचार निगम लिमिटेड में विलय किया जाए और काम करने के लिए कर्मचारियों की भर्ती की जाए। ग्रामीण अंचलों में थ्री जी व फोर जी की सेवाएं दी जाए जिससे बीएसएनएल प्रतियोगिता में आगे जा सके। निजामुद्दीन ने कहा कि भारत संचार निगम कठिन दौर से गुजर रहा है और सभी संगठन एक होकर संघर्ष करेंगे तो ही सम्मान बच पाएगा। बीएसएनल ग्रामीण सेवा करता है, उसके लिए उसे अलग से अनुदान दिया जाए।सुरेंद्र बहादुर उर्फ झंझट ने कहा कि वर्तमान में नेटवर्क विस्तार की जरूरत है इसके लिए वित्तीय सहायता दिलायी जाए।बीएसएनएल को नि:शुल्क स्पेक्ट्रम आवंटित किया जाए। दूर संचार विभाग से बीएसएनएल की संपत्ति दिलायी जाए। सीएल तिवारी ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा टावर की स्थापना कराई जाए। एसके तिवारी ने कहा कि बीएसएनएल द्वारा सरेंडर किए गए बीडब्ल्यूए स्पेक्ट्रम का चार्ज रुपये छह हजार करोड़ भारत सरकार से वापस दिलाया जाए। राज्य, केंद्र व सार्वजनिक उपक्रम मे बीएसएनएल की सेवा लगू किया जाए।नसीम अंसारी ने कहा कि यह लड़ाई शुरू हुई है और आगे तक जाएगी। विकास के लिए आप्टिकल
फाइबर केबिल गांव -गांव बिछाया जाए। प्रमुख लोगों में वीरेंद्र विक्रम, अर¨वद, एके सविता, एसएन राय, एलबी यादव, आरके शुक्ल, राजेश कुमार, ओएन पांडेय, इसरार अहमद, आरएस पांडेय, संजीव वर्मा, रमेश पांडेय, एसके तिवारी व विवेक चंद ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया।