शुद्ध पेयजल के लिए सब हों जागरूक
गोंडा: जल ही जीवन है, इसलिए सभी को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए हरसंभव प्रयास किये जायें। यह आह्व
गोंडा: जल ही जीवन है, इसलिए सभी को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए हरसंभव प्रयास किये जायें। यह आह्वान मंगलवार को विकास भवन सभागार में आयोजित ग्रामीण पेयजल एवं स्वच्छता कार्यक्रम के तहत आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी जयंत कुमार दीक्षित ने किया। उन्होंने कहा कि जल के गुणवत्ता की जांच समय-समय पर कराई जाए। जल संरक्षण के प्रति भी हर किसी को सचेत होना पड़ेगा। सीडीओ ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जिला विकास अधिकारी डीपी ¨सह ने कहा कि ब्लाक समन्वयक दूषित पेयजल से होने वाले बीमारियों की जानकारी ग्रामीणों को उपलब्ध कराने के साथ ही पानी की जांच संबंधी जानकारी जन-जन तक पहुंचाएं। जिला पंचायत राज अधिकारी आरएस चौधरी ने कहा कि बिना स्वच्छता के बीमारियों को दूर भगाना संभव नहीं है, इसलिए हर व्यक्ति के अंदर जनजागरूकता पैदा करनी होगी। स्वच्छता की पहली कड़ी शौचालय से शुरू होती है, जिस दिन हर घर में शौचालय का उपयोग शुरू हो जायेगा। बीमारियां खुद ही कम हो जायेंगी। डीपीआरओ ने बताया कि शौचालय निर्माण के लिए लाभार्थी को प्रोत्साहन के रूप में 12 हजार रुपये स्वच्छ भारत मिशन के तहत उपलब्ध कराये जा रहे हैं। जिला प्रशिक्षण अधिकारी डा. बीएल मौर्य ने प्रतिभागियों को पेयजल की जांच के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला को अधिशासी अभियंता जलनिगम राजेंद्र ¨सह, विमल कुमार, अभिलाशा शर्मा, अभय प्रताप ¨सह रमन आदि ने संबोधित किया। कार्यशाला में बीडीओ रंगीलाल मौर्य सहित अन्य मौजूद रहे।