मौसम का वार, चार मासूमों ने तोड़ा दम, 8 बीमार
गोंडा: मौसम बदलते ही बीमारियों ने भी आंखें दिखानी शुरू कर दी हैं। सुबह- शाम कड़ाके की सर्दी के बीच बी
गोंडा: मौसम बदलते ही बीमारियों ने भी आंखें दिखानी शुरू कर दी हैं। सुबह- शाम कड़ाके की सर्दी के बीच बीमारियां अब मासूमों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। पिछले 24 घंटे में जिले में चार मासूमों की मौत हो गई। इसमें से दो बच्चों की मौत बुखार व दो की इंफेक्शन व अन्य कारणों से हुई है। इसके अलावा आठ अन्य बच्चे बीमार बताये जा रहे हैं, जिनका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। वहीं पर चिकित्सकों ने अभिभावकों को सजग रहने की सलाह दी है।
सुबह शाम कोहरे के बीच गलन भरी सर्दी, दिन में हल्की धूप के बीच बीमारियां पांव पसार रही है। इस मौसम में थोड़ी सी चूक मासूमों की सेहत पर भारी पड़ रही है। जिला अस्पताल की ओपीडी पर नजर डालें तो 40 बीमार बच्चों में बीस कोल्ड डायरिया, निमोनिया, झटका, बुखार से पीड़ित होकर आ रहे हैं। जयप्रभाग्राम संवादसूत्र के अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लक्ष्मनपुर में रामतेज के 11 वर्षीय पुत्र सूरज व बरेली के मायाराम का 5 वर्षीय पुत्र सोनू बुखार से बीमार था। जिसे उसके परिजनों ने जिला अस्पताल के चिकित्सकों को दिखाया। सीएचसी अधीक्षक डॉ शैलेंद्र ¨सह के मुताबिक उपचार के दौरान दोनों बच्चों की मौत हो गई है। गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम को भेजकर परीक्षण कराया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त जिला अस्पताल में फैजाबाद रोड निवासी रहमान के एक दिन के नवजात शिशु की मौत हो गई है। साथ ही सिविल लाइन निवासी बृजेश के 5 माह के शिशु जसवंत की भी इंफेक्शन के कारण मौत होने का दावा अस्पताल प्रशासन कर रहा है। इसके साथ ही जिला अस्पताल में झटका, निमोनिया, कोल्ड डायरिया व बुखार से आ“ बच्चे भर्ती है। जिनका उपचार करने का दावा अस्पताल प्रशासन कर रहा है। सीएमओ डॉ. राकेश अग्रवाल ने बताया कि जिले के सभी अस्पतालों के चिकित्सकों को निर्देश दिया गया है कि व“ बच्चों की सेहत पर विशेष नजर रखें। बीमार बच्चों का इलाज प्राथमिकता के आधार पर किया जाय।