ऐसा भी क्या है जो नहीं छोड़ पा रहे कुर्सी !
गोंडा : जिस पूर्ति निरीक्षक का पांच दिन पहले श्रावस्ती जिले में स्थानान्तरण हो गया था, वह अपनी कुर्स
गोंडा : जिस पूर्ति निरीक्षक का पांच दिन पहले श्रावस्ती जिले में स्थानान्तरण हो गया था, वह अपनी कुर्सी का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं। ऐसा भी क्या है यहां पर जो उपायुक्त खाद्य के आदेश को भी ठेंगा दिखा दिया। सूत्रों की मानें तो उक्त निरीक्षक पर “च्चाधिकारियों का वरदहस्त है। इससे उस पर उपायुक्त खाद्य के आदेशों का कोई असर नहीं है।
जिला पूर्ति विभाग में पूर्ति निरीक्षक के पद पर धर्मेंद्र कुमार की तैनाती है। वह काफी दिनों से जिले में तैनात है। इसी बीच शासन ने उनकी प्रोन्नति कर दी। उनकी पूर्ति निरीक्षक के पद पर तैनाती कर दी गई। इन्हें झंझरी, सदर व पंडरी कृपाल ब्लॉक में अनाज व केरोसिन के सत्यापन व वितरण कराने की जिम्मेदारी दी गई। यही नहीं, उक्त निरीक्षक को कोटेदारों की जांच भी करनी है। जबकि शासन का निर्देश है कि किसी भी व्यक्ति की अपने ही जिले में महत्वपूर्ण पदों पर तैनाती नहीं की जाए। उपायुक्त खाद्य मनोज कुमार ने शासन के निर्देश पर धर्मेंद्र कुमार का श्रावस्ती जिले में स्थानान्तरण कर दिया। लेकिन वह अपनी नवीन तैनाती पर नहीं गए।इस बारे में पूर्ति निरीक्षक धर्मेंद्र ने बताया कि उनके अधिकारी के द्वारा रिलीव नहीं किया जा रहा है। इससे वह अपने नवीन तैनाती स्थान पर नहीं जा सके। उपायुक्त खाद्य मनोज कुमार ने जिला पूर्ति अधिकारी विमल शुक्ल से इस बारे में स्पष्टीकरण तलब किया है। उपायुक्त खाद्य ने नाराजगी जताई है कि शासन की मंशानुरूप कार्य न करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।