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परियोजनाओं की लेटलतीफी पर नाराजगी

गोंडा: सोमवार को गोंडा जंक्शन पर आए मुख्य परिचालन प्रबंधक ने नौ घंटे तक अलग-अलग इकाइयों की गहन छानब

By Edited By: Published: Mon, 24 Nov 2014 09:45 PM (IST)Updated: Mon, 24 Nov 2014 09:45 PM (IST)
परियोजनाओं की लेटलतीफी पर नाराजगी

गोंडा: सोमवार को गोंडा जंक्शन पर आए मुख्य परिचालन प्रबंधक ने नौ घंटे तक अलग-अलग इकाइयों की गहन छानबीन की और दोहरीकरण व नये मालगोदाम के निर्माण की सुस्ती पर नाराजगी जताई। यार्ड में खड़ी पुरानी क्रेनों की नीलामी के निर्देश दिये। गार्डो को अवकाश देने के निर्देश दिये।

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सुबह सवा नौ बजे मुख्य परिचालन प्रबंधक ज्ञान दत्त पांडेय की स्पेशल ट्रेन गोंडा जंक्शन पर पहुंची। यहां पर वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक नरेंद्र नाथ व एसएस एएन मिश्र ने उनकी अगुवाई की। यहां से सीओएम पांडेय डीजल लॉबी पहुंचे जहां पर गार्डो ने अवकाश न मिलने की पीड़ा बतायी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कर्मचारियों के अवकाश पर ध्यान दिया जाए। यहां से वह मध्य पैनल पहुंचे और ट्रेनों के संचालन की जानकारी ली। यहां से यात्री व मालगाड़ियों के समय से संचालन पर जोर दिया। इसके बाद वह यार्ड पहुंचे जहां पर मालगाड़ी की स्थिति की जानकारी ली। छोटी लाइन के यार्ड में खड़े दो क्रेन की नीलामी प्रक्रिया कराने का निर्देश दिया। डीजल शेड में पावर के रखरखाव की जानकारी ली और बनारस से आये पावर को चलवाने का निर्देश दिया। यहां से कचेहरी स्टेशन व मालगोदाम का निरीक्षण किया। यहां से वह सुभागपुर मालगोदाम पहुंचे जहां पर काम की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। यहां पर अभी तक प्लेटफार्म बनकर तैयार नहीं हो पाया है। दोहरीकरण की लाइन का काम अधूरा है और रास्ते में बनने वाली पुलिया बनकर तैयार नहीं हो पायीं है। उन्होंने कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों से सुस्त निर्माण कार्य को लेकर नाराजगी जतायी। उल्लेखनीय है कि अक्टूबर तक ये निर्माण कार्य पूरे कराये जाने थे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। अब छह माह की मोहलत मांगी जा रही है। निरीक्षण के दौरान आरपीएफ के दारोगा तैनात रहे।

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अवकाश के मामले पर गंभीर रुख

गोंडा : गार्डो के अवकाश न मिलने की शिकायत को मुख्य परिचालन प्रबंधक ने गंभीरता से लिया और वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक से जानकारी ली। वर्तमान में 15 गार्ड अवकाश की लाइन में हैं लेकिन मालगाड़ियों के संचालन के नाम पर अवकाश नहीं मिल पा रहा है। स्टेशन अधीक्षक ए एन मिश्र ने बताया कि 21 गार्ड गोंडा जंक्शन को कुछ दिन पहले मिले हैं। इससे अवकाश की समस्या कुछ हद तक सुलझ जाएगी।

भविष्य को लेकर रहा दौरा

गोंडा : बढ़ती आबादी व ट्रेनों की संख्या को लेकर मुख्य परिचालन प्रबंधक का दौरा भविष्य को लेकर अहम रहा। यहां पर बेहतर ट्रेन संचालन के लिए कौन सी जरूरतें हैं और राजस्व के लिए मालगोदाम से कौन सी आमदनी। कौन से जिले यहां से जुड़ेंगे। दौरे के समय ये दोनों बिंदु अहम रहे। कारण यात्री गाड़ियां बढ़ी है लेकिन प्लेटफार्म नहीं बढ़े। इसका विकल्प किसी के पास नहीं है। कारण रेलवे बोर्ड का माल गाड़ियों के संचालन पर बहुत जोर है। इसके लिए गोंडा जंक्शन पर अतिरिक्त प्लेटफार्म की जरूरत है। इसकी पूर्ति बलरामपुर दोहरी करण से हो सकती है।


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