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हड़ताल ने रोकी प्रमाणपत्रों की रफ्तार

गोंडा: केस एक - पंतनगर में रह रहे अमित शहर के कॉलेज में पढ़ रहे हैं। उन्हें छात्रवृत्ति के लिए

By Edited By: Published: Tue, 28 Oct 2014 11:34 PM (IST)Updated: Tue, 28 Oct 2014 11:34 PM (IST)
हड़ताल ने रोकी प्रमाणपत्रों की रफ्तार

गोंडा:

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केस एक

- पंतनगर में रह रहे अमित शहर के कॉलेज में पढ़ रहे हैं। उन्हें छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करता है, जिसकी अंतिम तिथि 31 अक्टूबर है। उनके सामने मुश्किल यह है कि करीब एक माह पहले लोकवाणी से उन्होंने आय व निवास प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया, लेकिन अभी तक उन्हें प्रमाणपत्र मिला ही नहीं। ऐसे में वह चक्कर काट रहे हैं।

केस दो

- मालवीय नगर की कल्पना शहर के एक महिला महाविद्यालय की छात्रा है। छात्रवृत्ति आवेदन को लेकर उनके सामने भी प्रमाणपत्र को लेकर दुविधा है। आवेदन के बाद भी उन्हें अभी तक आय प्रमाणपत्र न मिलने से परेशानी से जूझना पड़ रहा है।

जी हां, ये दो मामले महज बानगी भर है, जो इन दिनों लोगों को हो रही परेशानी का सच बयां कर रहे हैं। जिले में लेखपालों की चल रही हड़ताल का सबसे ज्यादा असर राजस्व विभाग पर पड़ रहा है। हड़ताल के कारण जारी होने वाले आय, निवास, जाति प्रमाणपत्र का काम ठप पड़ा है। आंकड़ों पर नजर डालें तो इन दिनों जिले में 17 हजार 926 आवेदन लंबित पड़े हुए हैं, जिसमें 7235 आवेदनों का निस्तारण निर्धारित समय बीतने के बाद भी नहीं हो सका है।

विभिन्न समस्याओं को लेकर लेखपाल हड़ताल पर है। जिसका असर अब शासकीय व्यवस्थाओं पर पड़ने लगा है। लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष नंद कुमार सिंह व जिला मंत्री राम बहादुर पांडेय की मानें तो इस दौरान कोई भी लेखपाल जाति, आय, निवास, हैसियत, परिवारजन, जमानत, निर्वाचन, सूखा राहत, लोकवाणी, जन शिकायत, जन सूचना, आयुक्त, शासन, परिषद, मुख्यमंत्री संदर्भ की शिकायतों पर अपनी आख्या नहीं लिख रहा है। जब तक मांगे पूरी नहीं होगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। लेखपालों की इस हड़ताल से सरकारी व्यवस्था चरमराने लगी है। कॉलेजों में छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर है, ऐसे में छात्रों के सामने सबसे बड़ी मुश्किल है। छात्रों का कहना है कि सरकार को इसका कोई विकल्प तलाशना चाहिए, ताकि छात्रों को राहत मिल सकें।

विभागवार लंबित आवेदन पत्रों की स्थिति

राजस्व विभाग

- आय प्रमाणपत्र के 5530, निवास प्रमाणपत्र के 8128, जाति प्रमाणपत्र के 2963 व खतौनी की नकल के 22 आवेदन।

नगरीय विकास विभाग

- जन्म प्रमाणपत्र के 19 व मृत्यु प्रमाणपत्र का एक आवेदन।

प्रशिक्षण और रोजगार विभाग

- रोजगार पंजीकरण के 2 आवेदन।

खाद्य एवं आपूर्ति विभाग

- राशन कार्ड जारी करने के 418, राशन कार्ड नवीनीकरण के 102, राशन कार्ड संशोधन के 34 आवेदन।

पंचायती राज विभाग

- जन्म प्रमाणपत्र के 339, मृत्यु प्रमाणपत्र के 78, कुंटुब रजिस्टर की नकल के 105 आवेदन।

समाज कल्याण विभाग

- वृद्धावस्था पेंशन के 41, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के 41, सामान्य, अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़ी जाति के लिए छात्रवृत्ति आवेदन के 5, इलाज व पुत्री की शादी के लिए वित्तीय सहायता के 50 आवेदन।

महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग

- विधवा पेंशन योजना के 45, विधवा महिला की बेटी की शादी के लिए अनुदान से संबंधित एक आवेदन।

विकलांग कल्याण विभाग

- विकलांग व्यक्तियों के पुर्नवास के लिए ऋण व अनुदान का एक, विकलांग व्यक्तियों से विवाह करने पर अनुदान का एक आवेदन।

'' 30 नवंबर तक शासन ने लेखपाल संवर्ग की मांगों पर कोई सार्थक निर्णय नहीं लिया तो पहली दिसंबर से सभी लेखपाल अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल करके तहसीलों पर धरना प्रदर्शन करेंगे। ''

- दया शंकर श्रीवास्तव, खंड मंत्री लेखपाल संघ

'' प्रकरण जानकारी में आया है। अधिकारियों से बात करके समस्याओं का निराकरण कराने का प्रयास किया जायेगा। शासन स्तर से जो भी निर्देश मिलेंगे, उसके अनुरूप कार्यवाही की जायेगी।''

- राकेश कुमार मालपाणी, अपर जिलाधिकारी गोंडा


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