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गोलियों की तड़तड़ाहट, दहशत और मात

गोंडा : शनिवार की सुबह का वक्त था। हर कोई अपनी दिनचर्या में लगा हुआ था। घरों में भइया दूज की तैयारिय

By Edited By: Published: Sun, 26 Oct 2014 12:15 AM (IST)Updated: Sun, 26 Oct 2014 12:15 AM (IST)
गोलियों की तड़तड़ाहट, दहशत और मात

गोंडा : शनिवार की सुबह का वक्त था। हर कोई अपनी दिनचर्या में लगा हुआ था। घरों में भइया दूज की तैयारियां चल रही थी। तभी एकाएक गोलियों की तड़तड़ाहट से टिकरी जंगल गूंज उठा। देखते ही देखते पूरे क्षेत्र में भट्ठा मालिक ओम प्रकाश सिंह की हत्या की खबर फैल गई। हर ओर दहशत का माहौल, सहमे ग्रामीणों के चेहरे,अचानक हुई इस वारदात से हर कोई स्तब्ध था। जो जहां था, वहीं से वह घटनास्थल की ओर निकल पड़ा। फिल्मी स्टाइल में बदमाशों ने जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया, उससे पूरे इलाके के लोगों में दहशत का माहौल था। आलम यह था कि जल्दी कोई कुछ बोलने के लिए जुबां तक नहीं खोल रहा था। कुछ ही देर में वहां पर लोगों का मजमा लग गया। सूचना मिली तो पुलिस भी भागी। कुछ ही देर में स्थानीय पुलिस के साथ ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर जा पहुंचे। अभी वह माजरा समझने की कोशिश ही कर रहे थे कि सूबे के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री योगेश प्रताप सिंह लाव लश्कर के साथ पहुंच गये। शनिवार को पूरे दिन टिकरी से लेकर जिले भर में इस हत्याकांड की गूंज रही। पोस्टमार्टम हाउस पर भी काफी भीड़ रही, हर किसी की आंखें नम थी। आला अधिकारी हर पल पर नजर जमाए थे। पेश है एक रिपोर्ट-

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भाइयों में सबसे बड़े थे ओम प्रकाश

वजीरगंज : ओम प्रकाश सिंह तीन भाईयों में सबसे बड़े थे। भाई देवी सिंह व ललक सिंह छोटे भाई है। संयुक्त परिवार था।

पांच साल पहले हो चुकी थी पत्‍‌नी की मौत

पांच साल पहले ओम प्रकाश सिंह की पत्‍‌नी शैल सिंह की मौत हो गई थी। उनके कोई लड़कियां नहीं थी, एक पुत्र राहुल सिंह है।

प्रतिदिन वह भट्ठे पर जाते थे

ऊंचघाट जंगल स्थित भट्ठे पर ओम प्रकाश सिंह प्रतिदिन सुबह जाया करते थे। हालांकि भट्ठे का काम इनके भाई देखते थे। वह सिर्फ भट्ठे पर व्यवस्था देखने जाते थे। हत्यारों को इस बारे में पूरी जानकारी थी।

तीन चार दिनों से हो रही थी रेकी

तीन चार दिनों से ओमप्रकाश सिंह की हत्यारे रेकी कर रहे थे। शनिवार की सुबह एक बार वह भट्ठे पर आए और फिर चले गए। दोबारा वह भट्ठे गए तो हमलावरों के शिकार हो गए।

ऐसे मारी गोली

वजीरगंज : ओम प्रकाश सिंह अपनी कार से जैसे ही भट्ठे के पास पहुंचे। हमलावरों ने उनसे पूछा कि ईट का दाम क्या है। उन्होंने अपना शीशा खोलकर कहा कि उसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उनके भाई आएंगे तभी पता चल पाएगा। इसके बाद एक हमलावर ने असलहा निकालकर उनके ऊपर तान दिया। वह सीसा बंद करने लगे। इसी बीच हमलावरों ने फायर करना शुरू कर दिया। ताबड़तोड़ गोलियां चलने से आसपास हड़कंप मच गया। हमलावर जंगल के रास्ते निकल लिए।

ऐसे हुआ शक

मृतक के पुत्र राहुल सिंह ने जिसे नामजद किया है वह सुबह उसके घर आया था। घटना के बाद से उसका मोबाइल बंद हो गया। यही से शक की सुई उस तरफ मुड़ गई।

पंचायत चुनाव से बताई जा रही दुश्मनी

वजीरगंज : पंचायत चुनाव के समय से राजेश विक्रम सिंह से दुश्मनी होना बताया जा रहा है। इसी रंजिश को लेकर हत्या करवाने की बात बताई जा रही है।

परिवार में पसरा मातम

ओम प्रकाश सिंह का शव देखते ही परिवार में कोहराम मच गया। राहुल अपने पिता की हालत देख मूर्छित हो गया। रिश्तेदारों व शुभचिंतक उसे दिलासा दे रहे थे। मृतक के दोनों भाइयों का रो-रोकर हाल बेहाल था। कह रहे थे कि भगवान इ का होइगवा।

पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद रहे लोग

शनिवार को पोस्टमार्टम हाउस पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा रही। डॉ.अरुण कुमार व डॉ.विमल वैश्वार ने शव का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम प्रभारी सीएमओ डॉ.गयासुल हसन की देखरेख में किया गया। पोस्टमार्टम हाउस पर बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री योगेश प्रताप सिंह, पुलिस अधीक्षक भारत सिंह व क्षेत्र के कई अन्य जानी मानी हस्तियां मौजूद रही। इन सभी लोगों की आंखें नम थी। हत्या को लेकर लोग एक दूसरे से चर्चा करते रहे।

सांसद व राज्यमंत्रियों ने भी लिया हालचाल

घटना के बाद सांसद गोंडा कीर्तिवर्धन सिंह, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री योगेश प्रताप सिंह तथा माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री पंडित सिंह ने भी घटनास्थल पर जाकर लोगों से बातचीत की और परिवारीजनों को ढांढस बंधाया।


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