कर्मी एक-एक ग्राम समिति व उपकेंद्र को बनाएंगे आदर्श
गोंडा: स्वास्थ्य विभाग ने अब उपकेंद्रों व ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति को बेहतर बनाने की
गोंडा: स्वास्थ्य विभाग ने अब उपकेंद्रों व ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति को बेहतर बनाने की एक नई तरकीब निकाली है। जिसके तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत कर्मियों को एक समिति एवं एक उपकेंद्र को आदर्श बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन में और तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।
मंगलवार को सीएमओ कार्यालय में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक, लेखा प्रबंधक व एमसीटीएस आपरेटर के कार्यो की समीक्षा सीएमओ डॉ. जेपी गुप्त ने की। सीएमओ ने इन कर्मियों से मिशन की योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी हासिल की। जिन सीएचसी क्षेत्रों में मिशन की धनराशि के उपयोग का प्रतिशत कम है, उसे बढ़ाने का निर्देश दिया गया। साथ ही मिशन के संचालित कार्यक्रमों में कहां-कहां चूक हो रही है, इसकी भी रिपोर्ट देने को कहा गया है। जिला कम्युनिटी प्रबंधक डॉ. आरपी सिंह ने कहा कि सभी संविदा कर्मियों को अब एक नई जिम्मेदारी दी जा रही है, वे हर हाल में तीस नवंबर तक एक ग्राम स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पोषण समिति तथा एक उपकेंद्र को गोद लेकर उसे आदर्श बनायेंगे। इसके साथ ही यहां पर होने वाली गतिविधियों व सुधार के कार्यो की फोटो सहित रिपोर्ट देने को कहा गया है। सभी ब्लाकों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कार्यालय को बेहतर लुक दिया जायेगा। बैठक में जिला कार्यक्रम प्रबंधक अमरनाथ, जिला लेखा प्रबंधक एपी सिंह, जिला स्वास्थ्य शिक्षा सूचना अधिकारी विपिन शुक्ल, डॉ. देवेंद्र श्रीवास्तव, वंदना सिंह, करिश्मा सिंह, सरिता, मंजू शुक्ला, वीना शुक्ला सहित अन्य मौजूद थे।
चार्ज का रोना
- मंगलवार को समीक्षा बैठक में सीएचसी नवाबगंज, कर्नलगंज, मनकापुर, कटराबाजार, परसपुर, बभनजोत व इटियाथोक के ब्लाक लेखा प्रबंधकों को अभी तक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का पूरा चार्ज नहीं मिल पाया है। उनका काम अभी तक वहां पर तैनात लिपिक ही देख रहे हैं, जबकि इसके लिए कई बार निर्देश अधिकारियों द्वारा जारी किये जा चुके हैं। सीएमओ ने इस पर संबंधित एमओआइसी को निर्देश जारी किया है।
हर सप्ताह होगी समीक्षा
- नई व्यवस्था के तहत अब सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी प्रत्येक सप्ताह अपने स्टाफ की नियमित रूप से बैठक करके सभी कार्यक्रमों की समीक्षा करेंगे। विशेष तौर पर जिस क्षेत्र में टीकाकरण कम हो, वहां के लिए कार्ययोजना बनाकर टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने की योजना की जायेगी। इसके लिए दिशा निर्देश जारी कर दिये गये हैं।