घोटालों की तह तक पहुंचने में जुटी सीबीआइ
गोंडा: मनरेगा घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ की रडार पर अब गांवों में तैनात सचिव आने लगे हैं। शनिवार क
गोंडा: मनरेगा घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ की रडार पर अब गांवों में तैनात सचिव आने लगे हैं। शनिवार को सीबीआइ ने क्रय की गई सामग्रियों की उपलब्धता के बारे में पांच ब्लॉकों के करीब तीन दर्जन सचिवों से पूछताछ करते हुए बयान दर्ज किए।
सीबीआइ टीम शनिवार को दोपहर करीब दो बजे पीडब्लूडी डाकबंगला पहुंची। यहां पूर्व सूचना के अनुसार बयान दर्ज कराने के लिए झंझरी, पंडरीकृपाल, मुजेहना, इटियाथोक व रुपईडीह ब्लॉक के ग्राम विकास व ग्राम पंचायत अधिकारी जुटे हुए थे। सीबीआइ ने सबसे पहले पंडरीकृपाल ब्लाक के सचिवों से मनरेगा योजना के तहत क्रय किये गये खिलौने, टेंट, मेडसिन किट आदि के बारे में विस्तार से पूछताछ करते हुए बयान दर्ज किए। इसके बाद ब्लॉकवार ग्राम पंचायत व ग्राम विकास अधिकारियों से सवाल जवाब किए गए। इसके लिए कर्नलगंज, बेलसर, परसपुर, तरबगंज,कटराबाजार व हलधरमऊ ब्लाक के सचिवों को बुलाया गया है।
दस बैंक प्रबंधक राडार पर
- खाद्यान्न घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ ने अब उन दस बैंकों के शाखा प्रबंधकों पर नजरें जमा दी हैं, जिन्होंने फर्जी खाता संचालन में अहम किरदार निभाया। सीबीआइ की जांच में आया है कि खाद्यान्न घोटाले में बैंकों में ऐसे खाते संचालित किए गए, जो पूरी तरह से फर्जी थे।