तहसीलदार सदर को हटाओ
गोंडा : सदर तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरोध में शुक्रवार को अधिवक्ता सड़क पर उतर आए। अधिवक्ताओं ने तहसीलदार पर गंभीर आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी को संबोधित चार सूत्री मांगों का ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट चतुर्भुजी गुप्त को सौंपा।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक वरिष्ठ अधिवक्ताओं के प्रस्ताव पर तहसीलदार के खिलाफ बार एसोसिएशन सभागार में आम सभा की बैठक आयोजित की गई। पूर्व अध्यक्ष गोकरन नाथ पांडेय ने आरोप लगाते हुए कहा कि तहसीलदार के भ्रष्ट रवैये के चलते गरीब वादकारियों की फाइल कानूनी परिधि के अंदर होने के बावजूद निस्तारण नहीं हो पा रही है जबकि लाभ वाली फाइलों के निस्तारण में काफी तेजी बरती जा रही है। राम कृपाल, गंगा प्रसाद मिश्र, विन्देश्वरी प्रसाद दूबे, विनय कुमार मिश्र, अशोक कुमार तिवारी, महाराज कुमार श्रीवास्तव, इंद्रमणि शुक्ल, टीकमदत्त शुक्ल, राधेश्याम ओझा, कौशलेंद्र मिश्र, भगवती पांडेय, चित्रगुप्त सहाय, सर्वजीत सिंह, ज्ञानचंद्र श्रीवास्तव ने तहसील के विभिन्न पटल पर व्याप्त घूसखोरी व लूट किए जाने की कटु निंदा की। इसके बाद अधिवक्ताओं ने जुलूस निकाला। तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरोध में नारे लगाते हुए अधिवक्ता जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। बार एसोसिएशन अध्यक्ष रविचन्द्र त्रिपाठी, महामंत्री अनिल कुमार सिंह, पूर्व अध्यक्ष संगमलाल सिंह ने जिलाधिकारी को संबोधित चार सूत्री ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। प्रदर्शन में रुद्रनाथ मिश्र, दिनेश दूबे, सर्वजीत मिश्र, उमेश ओझा, अमरकांत शुक्ल, राजेश ओझा, दिनेश मिश्र, रवि प्रकाश तिवारी, हरिश्चंद्र बाजपेई, देवेश सिंह, रघुबर दयाल मिश्र, अलंकार सिंह, महेंद्र चंद्र त्रिपाठी, दिनेश मिश्र, पाटेश्वरी पांडेय, हरिओम पांडेय, सुरेंद्र शुक्ल, सरल मिश्र, रमेश बाजपेई व कृष्ण कुमार पांडेय शामिल रहे। अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी है कि आगामी सात अक्टूबर तक समस्या का निस्तारण नहीं किया गया तो अधिवक्ता न्यायिक कार्य का बहिष्कार शुरू कर देंगे।