लिपिक की सुसाइड के बाद घंटों हंगामा
गोंडा: नगर पालिका परिषद में तैनात एक लिपिक ने शहर के पांडेय तालाब में कूदकर जान दे दी। लिपिक की मौत को लेकर बवाल मच गया। हालांकि लिपिक के परिजनों ने अभी तक कोई तहरीर नहीं दी है। वैसे नगर पालिका अध्यक्ष के नेतृत्व में कर्मियों ने महिला अस्पताल चौराहे पर शव को लेकर जा रही एंबुलेंस को रोककर प्रदर्शन किया। यहां के बाद जिला पंचायत पहुंचे कर्मियों ने प्रदर्शन किया। पालिकाध्यक्ष का आरोप है कि तीन माह से वेतन न मिलने के कारण उसने जान दी है, जबकि सभासदों का कहना है कि पटल परिवर्तन के कारण तनाव में आकर उसने आत्महत्या की है।
शहर के आवास विकास कालोनी निवासी नगर पालिका परिषद में तैनात विनोद कुमार श्रीवास्तव ने गुरुवार की शाम करीब साढ़े चार पांच बजे शहर के पांडेय तालाब में कूद गए। वहां पर मौजूद लोगों ने उन्हें बाहर निकाला। नाजुक स्थिति में उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर उनकी मौत हो गयी। शुक्रवार की सुबह उनकी पहचान हो पायी। पालिका परिषद के बाबू की मौत की जानकारी के बाद जिला अस्पताल में नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष निर्मल श्रीवास्तव के साथ ही पालिका के कर्मियों का मजमा लग गया। घंटों लगी भीड़ के बाद जब पोस्टमार्टम के लिए लिपिक का शव एंबुलेंस से भेजा गया, तो यहां पर हंगामा मच गया। आगे-आगे एंबुलेंस में शव, पीछे पीछे नारे लगाते पालिका कर्मी। पालिका कर्मियों ने महिला अस्पताल चौराहे पर पहुंचकर शव लेकर जा रही एंबुलेंस को रोक लिया। यहां पर चारों तरफ से जाम लगा दिया गया। इस दौरान पहुंची पुलिस से पालिकाध्यक्ष की तीखी झड़प हुई। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो पालिकाध्यक्ष इतना आग बबूला हो गए कि उन्होंने अपना कुर्ता तक फाड़ डाला। काफी देर तक चले प्रदर्शन के बाद कर्मियों ने पालिकाध्यक्ष के नेतृत्व में जिला पंचायत पहुंचकर प्रदर्शन किया। यहां पर डीएम अजय कुमार उपाध्याय ने प्रदर्शनकारियों की बातों को सुनकर उन्होंने अपने स्तर से कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।