सोलर लाइट का नकली सामान देकर ठगे 48 लाख!
गोंडा: एक शाखा प्रबंधक ने किसानों को सोलर लाइट छूट पर लगवाने का झांसा देकर 65 हजार रुपये का कर्जदार बना दिया, प्राइवेट फर्म द्वारा लगवाई गई लाइट एक सप्ताह में ही खराब हो गई। यही नहीं 65 हजार में लगवाई गई लाइट की कीमत मार्केट में महज 17 हजार रुपये है। भाकपा के पदाधिकारियों ने शाखा प्रबंधक व फर्म पर नकली सामान दिलाकर 48 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगाते हुए मामले की शिकायत डीएम से की गई है। डीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
मामला कर्नलगंज तहसील का है। भाकपा (माले) के जिला प्रभारी जमालखान ने शुक्रवार को डीएम को दिए गए शिकायती पत्र में कहा है कि सर्व यूपी ग्रामीण बैंक शाखा पसका के प्रबंधक ने दलालों की मदद से किसानों को 40 फीसद छूट की लालच देकर सोलर लाइट की स्थापना कराने का प्रचार प्रसार कराया था, इसके बाद नंदौर, बहुवन मदार माझा, चरसड़ी, पसका आदि गांवों के करीब 100 किसानों के नाम सोलर लाइट की स्थापना के लिए प्रति किसान 65 हजार रुपये का कर्ज देकर धनराशि महर्षि सौर ऊर्जा कंपनी को भुगतान कर दी गई। कंपनी ने किसानों के घर सोलर लाइट व पैनल की स्थापना कराते हुए पैनल की 25 वर्ष व बैट्री की 5 वर्ष तक की गारंटी का आश्वासन दिया था। जमाल अहमद खान ने बताया कि स्थापना के एक सप्ताह बाद ही लाइटें खराब हो गई। काफी खोजबीन करने के बावजूद कंपनी के कार्यालय का कोई पता नहीं चल सका। किसानों के घर लगवाई गई लाइटों की कीमत बाजारों में महज 17 हजार रुपये बताई गई है। भाकपा के पदाधिकारियों ने शाखा प्रबंधक व कपंनी पर किसानों से नकली सामान लगाकर करीब 48 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगाते हुए डीएम से मामले की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है। डीएम अजय कुमार उपाध्याय ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। डीएम को ज्ञापन देने वालों में कामरेड नारायण शुक्ल, सीताराम वर्मा, सुखसेन, रवींद्र कुमार, राजकुमार मिश्र, कुंज बिहारी दूबे, सीता सिंह, कौशल मौर्य, बाबादीन, कालीप्रसाद आदि मौजूद रहे।
''महर्षि सौर ऊर्जा कंपनी दिल्ली की है, जो बैंक द्वारा स्वीकृति है। केंद्र सरकार की योजना के तहत किसानों को 40 फीसद छूट पर सोलर लाइट की स्थापना के लिए निर्धारित रेट पर फर्म को भुगतान किया गया है। हां कुछ किसानों ने लाइट खराब होने की शिकायत की है, जिसपर कंपनी को ठीक कराने को कहा गया है। मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं।''
-बृजेश सिंह, शाखा प्रबंधक सर्व यूपी ग्रामीण बैंक, पसका