बेचैनी में कटी इंजीनियर की रात
गोंडा : दहेज हत्या के मामले में नामजद चीनी मिल में डिप्टी चीफ इंजीनियर रहे परवेज अख्तर की जिला अस्पताल में रातभर बेचैनी से बीती। उसकी सुरक्षा में लगे दारोगा व सिपाहियों से दर्द की बात कहकर चिकित्सकों व नर्सो को बुलाने की जिद करता रहा। चिकित्सकों व नर्से भी हर घंटे उसका हालचाल लेती रही। वह बस यही कहता कि उसे नींद नहीं आ रही है। उसे बेचैनी महसूस हो रही है। इंजीनियर को तो यह भी नहीं पता था कि उसके खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज हो चुका है।
मनकापुर दतौली चीनी मिल पावर प्लांट में तैनात डिप्टी चीफ इंजीनियर परवेज अख्तर का यहां जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में पुलिस सुरक्षा में इलाज चल रहा है। इंजीनियर ने अपने साले व दोस्तों पर हमलाकर करने का आरोप लगाया था। आरोप लगाया कि साले व उसके दोस्तों ने उसके पेट में चाकू घोंप दिया था। गले को भी रेता था और दोनों हाथों की नसों को चाकुओं से काट दिया था। पुलिस उसे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई। बाद में चिकित्सक ने उसकी हालत को नाजुक देखते हुए जिला अस्पताल रिफर कर दिया। जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में पुलिस सुरक्षा के बीच उसका इलाज चल रहा है। रविवार की रात सुरक्षा में तैनात दारोगा शैलेश कृष्ण पांडेय व सिपाहियों से दर्द व हालत खराब होने की बात करता। वह लोग दौड़ कर चिकित्सक व नर्से बुलाकर लाते। उसे नींद नहीं आ रही थी। वह बेचैन था। उसे यह भी नहीं पता है कि उस पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज हो चुका है।