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खराब कंप्यूटरों से हाईटेक बनने के सपने 'हैंग'

By Edited By: Published: Sun, 14 Sep 2014 11:40 PM (IST)Updated: Sun, 14 Sep 2014 11:40 PM (IST)
खराब कंप्यूटरों से हाईटेक बनने के सपने 'हैंग'

गोंडा: माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को हाईटेक बनाने की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है। कंपनी ने कालेजों में कंप्यूटर व अन्य उपकरण तो स्थापित कर दिया, लेकिन उसका हाल बदहाल है। कहीं पर कंप्यूटर खराब हैं, तो कहीं पर अनुदेशक आते ही नहीं। ऐसे में विद्यार्थियों को कंप्यूटर की शिक्षा नहीं मिल पा रही है।

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माध्यमिक शिक्षा विभाग ने पांच साल पहले जिले के 45 कालेजों में कंप्यूटर की शिक्षा शुरू करने का निर्णय लिया। इसके लिए सेवा प्रदाता कंपनी का चयन किया गया। जिसने इन स्कूलों में कंप्यूटर की स्थापना के साथ ही अनुदेशकों की भी तैनाती की। इसके बावजूद माध्यमिक स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा का हाल बेहाल है। शहीदे आजम भगत सिंह इंटर कालेज के प्रधानाचार्य एसएन चतुर्वेदी ने स्वीकार किया कि उनके यहां स्थापित दस कंप्यूटरों के यूपीएस कई माह से खराब है। सीपीयू के डीवीडी राइटर, केबिल, प्रिंटर खराब है। दो ट्यूब लाइट भी खराब है। इसके अलावा कई अन्य गड़बड़ी भी हैं। राजकीय इंटर कालेज के प्रधानाचार्य राम सिंह भी मानते हैं कि उनके यहां पर स्थापित कई कंप्यूटर खराब है। इसकी जानकारी कई बार कंपनी को दी गयी है, बावजूद इसके सुधार का कोई प्रयास नहीं हो रहा है। गांधी विद्यालय इंटर कालेज रेलवे कालोनी में भी कंप्यूटर का हाल बेहाल है। यहां पर जहां कंप्यूटर खराब है, वहीं पर अनुदेशक का भी अता पता नहीं है। इसके अलावा कई अन्य कालेजों में भी कंप्यूटर शिक्षा की स्थिति का यहीं हाल है।

सिलेंडर भी नहीं

- माध्यमिक कालेजों में कंप्यूटर आपूर्ति को लेकर सिलेंडर भी नहीं मिल रहे हैं। दोपहर में बारह बजे बिजली जाने के बाद अधिकांश कालेजों में कंप्यूटर की कक्षाएं संचालित होती है, ऐसे में सिलेंडर न होने से जनरेटर भी नहीं चलता। जिससे कक्षाओं का संचालन प्रभावित होता है।

नवंबर में खत्म हो रहा अनुबंध

- माध्यमिक विद्यालयों में आइसीटी योजना के तहत कंप्यूटर शिक्षा का अनुबंध नवंबर माह में खत्म हो रहा है। इसको लेकर सभी कालेजों के प्रधानाचार्यो को निर्देश दिया गया है कि वे अपने कालेज के एक-एक शिक्षक को कंप्यूटर का प्रशिक्षण प्रदान करें, ताकि वह बाद में बच्चों को कंप्यूटर की शिक्षा दे सकें । इसके लिए प्रशिक्षित शिक्षकों का नाम भी मांगा गया है।

मांगी जा रही जानकारी

- जिला विद्यालय निरीक्षक वीरेंद्र कुमार दूबे का कहना है कि संबंधित सभी कालेजों के प्रधानाचार्यो से कंप्यूटर की स्थिति के बारे में जानकारी मांगी जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद उस पर कार्रवाई की जाएगी।


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