पहले चरण के बाद 3840 सीटें खाली
गोंडा: आखिरकार प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती की काउंसिलिंग का पहला चरण रविवार को पूरा हो गया। तीन दिनों तक चली काउंसिलिंग में आपाधापी के बीच सिर्फ 160 अभ्यर्थियों ने ही हिस्सा लिया, जिससे अभी भी 3840 सीटें खाली रह गई। फिलहाल, डायट प्रशासन का कहना है कि पहले चरण में हुई काउंसिलिंग की पूरी जानकारी निदेशालय को भेज दी गयी है, अगली काउंसिलिंग की तिथि व काउंसिलिंग कराने वाले अभ्यर्थियों के बारे में जो भी निर्देश मिलेंगे, उसके अनुरूप कार्रवाई की जायेगी।
जिले में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए चार हजार शिक्षकों की भर्ती वर्ष 2011 में निकाली गयी थी। इसके लिए गोंडा जिले में कुल दो लाख आठ हजार अभ्यर्थियों ने आवेदनपत्र दाखिल किया था। नियुक्ति प्रक्रिया कुछ आगे बढ़ती इससे पहले ही मामला अटक गया। जिसको लेकर कई स्तर पर विरोध व अवरोध के बीच अब न्यायालय के आदेश पर नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है। जिसके तहत शुक्रवार से काउंसिलिंग शुरू हुई। टीईटी भर्ती के लिए चल रही काउंसिलिंग के तहत पहले दिन शुक्रवार को 39, शनिवार को दूसरे दिन 66 अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग में हिस्सा लिया था। रविवार को अनारक्षित, अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति व अनुसूचित जन जाति के 1460 पुरूष अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। इनकी काउंसिलिंग के लिए यहां पर विशेष व्यवस्था की गयी थी। अन्य दिनों की अपेक्षा दो काउंटर और बढ़ाए गए थे। यहां पर डायट प्रवक्ता ममता चौधरी, कुसुमलता तिवारी, डॉ. अभय शंकर मिश्र, मो अहमद खान के साथ ही दिवाकर मिश्र, प्रदीप, दीपक सहित अन्य को काउंसिलिंग में लगाया गया था।
वैसे तो सुबह भीड़ देखकर लग रहा था, काउंसिलिंग में तादाद बढ़ेगी। बहरहाल, सुबह से लेकर शाम तक चली काउंसिलिंग में मात्र 55 अभ्यर्थियों ने ही उपस्थित होकर शैक्षिक प्रपत्रों को जमा कराया।
डायट प्राचार्य मनोहर लाल ने बताया कि तीन दिनों तक चली काउंसिलिंग में कुल 160 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। शेष 3840 सीटें खाली रह गयी है। जिसकी जानकारी निदेशालय को भेज दी गयी है।
सरकार की मंशा पर उठे सवाल
- डायट आए राम प्रकाश का कहना था कि बड़ी लड़ाई के बाद अब जब सरकार ने नियुक्ति शुरू की, तो उसमें भी विलंब हो रहा है। अभी हाल ही में बेसिक शिक्षा में सहायक अध्यापकों की काउंसिलिंग में तीन गुना अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, जबकि इसमें सिर्फ एक गुना। अगर इसे बढ़ाया जाता तो जल्दी से नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होती। यहीं कहना चंद्रमणि, योगेश, सुनील का भी था। उनका कहना था कि सरकार जानबूझकर नियुक्ति प्रक्रिया को लटकाना चाहती है। टीईटी अभ्यर्थी सुषमा व प्रतिमा का कहना था कि सरकार तो भर्ती करना हीं नहीं चाह रही थी, लेकिन कोर्ट के आदेश के कारण सरकार को नियुक्ति करनी पड़ रही है। इसके बाद भी सरकार की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं।
कब होगी दूसरी काउंसिलिंग
- रविवार को यह सवाल डायट में आम रहा। विभिन्न जिलों से आये अभ्यर्थी डायट में मौजूद अधिकारियों व कर्मियों से बस अगली काउंसिलिंग के बारे में ही जानकारी चाह रहे थे। बाहर भी अगली काउंसिलिंग तिथि को लेकर कयासों का दौर जारी था। हर कोई गुणाभाग लगा रहा था।
' पहले चरण की काउंसिलिंग हो गयी है। द्वितीय चरण की काउंसिलिंग के संबंध में निदेशालय का आदेश जैसे ही प्राप्त होता है, प्रक्रिया शुरू हो जायेगी। '
- मनोहर लाल, प्राचार्य डायट