बोल बम का नारा है, भोला एक सहारा है
गोंडा: बोल बम का नारा है, भोला एक सहारा है.., बड़ी देर भई कब लोगे खबर भोलेनाथ.., सरयू से जल लायेंगे, भोले को चढ़ाएंगे.., शिव शंकर को जिसने पूजा, उसका बेड़ा पार हुआ.. के गीतों से पूरा जिला गूंज रहा है। सरयू घाट पर लाखों कांवड़ियों का हुजूम उमड़ पड़ा है। यहां से सरयू का जल लेकर पृथ्वीनाथ मंदिर खरगूपुर व शहर के दु:खहरण नाथ मंदिर पर जलाभिषेक के लिए कांवड़ियों का जत्था निकल पड़ा है। पूरे रास्ते में जगह-जगह कैंप लगाया गया है। जहां पर कांवरियों के पेयजल के साथ ही अन्य प्रबंध किए गए हैं। प्रशासन की टीम लगायी गयी है, जो पुलिस बल के साथ मार्च कर रही है। वैसे मंदिरों पर कांवरियों का पहुंचना शुरू हो गया है।
कजरीतीज पर भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए सुबह से ही कांवड़ियों का हुजूम निकल पड़ा। किसी ने बस का सहारा लिया, तो किसी ने जान जोखिम में डालकर जीपों व छतों पर बैठकर सरयू घाट पर पहुंचे। कर्नलगंज संवादसूत्र के अनुसार सरयू घाट पर कांवरियों ने स्नान ध्यान और पूजन करने के बाद जल लेकर निकले। जलाभिषेक के लिए पहुंचने वालों में जबरदस्त उत्साह था। हर कोई भगवान भोलेनाथ की भक्ति से सराबोर था। नंगे पैर पैदल ही मंदिरों से निकले कांवड़ियों के जय घोष की गूंज हर ओर रही। देरशाम कांवड़ियों का जत्था मंदिरों तक पहुंचने लगा था। कहीं पर डाक बम के कांवड़िये थे, तो कहीं पर बोल बम के साथ लोग भगवान भोले की आराधना के लिए निकले थे। यहीं नहीं पृथ्वीनाथ मंदिर तक पहुंचने के लिए कुछ कांवरिया अयोध्या से जल लेकर आये हैं। मंदिरों पर पहुंचे कांवड़ियों को संभालने के लिए प्रशासन ने पूरी ताकत लगा दी है। कांवरियों को जलाभिषेक में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। सरयू घाट पर प्रशासन, पीएसी के साथ ही कई थानों की पुलिस लगायी गयी है। कजरीतीज पर मारवाड़ी युवा मंच ने रामजानकी धर्मशाला में भगवान शंकर का भव्य श्रृंगार एवं कीर्तन का आयोजन किया है।