नदियां ठहरीं, परेशानियां नहीं
गोंडा: सरयू व घाघरा की रफ्तार शनिवार को भी थमी रही। दोनों नदियों का जलस्तर उतार-चढ़ाव के दौर से गुजर रहा है। एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी खतरे के निशान से जहां 37 सेमी ऊपर है, वहीं अयोध्या में सरयू नदी खतरे के निशान से एक सेमी नीचे। फिलहाल, जलजमाव होने से बच्चों के साथ ही मवेशियों में बीमारियों की संभावना बढ़ गई है।
सरयू व घाघरा दोनों नदियों के जलस्तर में पिछले 24 घंटे के दौरान कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिला। हालांकि शनिवार की सुबह अयोध्या में सरयू नदी लाल निशान पर पहुंच गई थी, लेकिन दोपहर बाद मामूली गिरावट आई। जबकि एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी का जलस्तर काफी समय से स्थिर है। गांवों के चारों तरफ जलजमाव होने से साखीपुर, जैतपुर, तुलसीपुरमाझा, दुर्गागंज, गोकुला, माझाराठ गांवों में संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका बढ़ गई है, वहीं मवेशियों के भी खुरपका, मुंहपका, गलाघोंटू रोग हो सकता है। फिलहाल, अभी तक लोगों को बीमारियों से बचाने के लिए कोई विशेष पहल नहीं की गई है। संपर्क मार्गो पर जलभराव होने के कारण लोगों को नाव के सहारे आवागमन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। हालांकि प्रशासन ने लोगों के आवागमन के लिए तरबगंज तहसील में 22 व कर्नलगंज तहसील में दो नावें लगाई हैं। जलस्तर कम होने पर कटान का खतरा बढ़ सकता है।