सिर्फ नाम का है आदर्श स्टेशन
जागरण संवाददाता, दिलदारनगर (गाजीपुर): स्थानीय रेलवे स्टेशन को आदर्श स्टेशन का दर्जा मिलने के बाद
जागरण संवाददाता, दिलदारनगर (गाजीपुर): स्थानीय रेलवे स्टेशन को आदर्श स्टेशन का दर्जा मिलने के बाद भी यहां यात्री सुविधाओं का घोर अभाव है। स्टेशन पर न तो कोई एटीएम मशीन है और न ही रिटाय¨रग रूम। इससे ट्रेनों के घंटों विलंब हो जाने से एसी और स्लीपर के यात्रियों को प्लेटफोर्म पर ही बैठना पड़ता है। स्टेशन के प्लेटफोर्म संख्या एक पर बना वीआइपी रूम भी केवल नाम का ही है। इसमें केवल स्टील की कुर्सी ही लगी है। अगर कोई रेल का अधिकारी या जनप्रतिनिधि वीआईपी रूम में ठहरना चाहें तो वह ठहर नहीं सकता है। क्योंकि वीआइपी रूम में सुविधा के नाम पर महज खानापूर्ति की गई है। वहीं आरक्षण भवन के पास बना क्लॉक रूम भी उद्घाटन के बाद से ही बंद पड़ा है। बीते माह दानापुर मंडल के डीआरएम आरके झा से यात्रियों द्वारा इसकी शिकायत भी की गई फिर भी आज तक क्लॉक रूम नहीं खुल सका। जब यह रवैया अधिकारियों का रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के संसदीय क्षेत्र में पड़ने वाले स्टेशन का है तो अन्य स्टेशनों का क्या होगा। जबकि इस स्टेशन पर बिहार सहित अगल-बगल के सैकड़ों जगहों से प्रतिदिन यात्री आते हैं। स्टेशन परिसर में एक भी एटीएम मशीन नहीं होने से यात्रियों को कैश निकालने के लिए बाजार में जाना पड़ता है। ऐसे में ट्रेन छूटने का भी अंदेशा बना रहता है।