वित्तविहीन शिक्षकों, कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, गाजीपुर: वित्त विहीन शिक्षकों और कर्मचारियों ने शुक्रवार को विकास भवन स्थित जिला वि
जागरण संवाददाता, गाजीपुर: वित्त विहीन शिक्षकों और कर्मचारियों ने शुक्रवार को विकास भवन स्थित जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन पंजीकरण शुल्क और मानदेय के लिए किया गया।
प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों, कर्मचारियों के नेताओं का कहना था कि उच्चतम न्यायालय के आदेश समान कार्य के लिए समान वेतन का समादर करते हुए प्रदेश सरकार को भी हमें वेतन देना चाहिए। प्रदेश सरकार ने अंशकालिक अनुदेशकों को 17 हजार तथा शिक्षामित्रों को दस हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय देने का निर्णय लिया है। वित्त विहीन शिक्षक और कर्मचारी भी शासन और विभाग द्वारा निर्धारित सभी कार्य करते हैं। शिक्षण, परीक्षा, मूल्यांकन का कार्य 1986 से करते आ रहे हैं। पिछली सरकार ने हमारे मानदेय के लिए दो सौ करोड़ रुपये की व्यवस्था की थी। जिससे 192223 शिक्षकों को 990 रुपया प्रतिमाह के हिसाब से मानदेय मिल पाया। इस महंगाई के दौर में 33 रुपया प्रतिदिन के हिसाब से मानदेय पर जीवन यापन संभव नहीं है। सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली सरकार हमें भी जीवन जीने लायक मानदेय प्रदान करे। शिक्षक नेताओं ने कहा कि विभाग ने फरमान जारी किया है कि पंजीकरण शुल्क में से विद्यालय अंश को भी राजकीय कोष में 27 मई तक जमा किया जाय। अभी विद्यालय ही बंद हैं। इन परिस्थितियों में विभाग का निर्णय ही गलत है। यदि आदेश वापस नहीं लिया गया तो हम आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। प्रदर्शन करने वालों में प्रदेश अध्यक्ष जियारत हुसैन, वीरेंद्र यादव, राजेश यादव, ¨रकू ¨सह, अजीत कुशवाहा, बीके चौहान, एमके कुरैशी, रामाधार यादव, सुरेम प्रजापति, ओम प्रकाश चौहान, राधेश्याम राजभर, नागेंद्र राजभर आदि थे।