परिवार से मिली भटकी मूक बधिर युवती
जागरण संवाददाता, गाजीपुर: रानी लक्ष्मीबाई आशा ज्योति केंद्र की पहल काम आयी और तीन दिन पहले अस्पताल स
जागरण संवाददाता, गाजीपुर: रानी लक्ष्मीबाई आशा ज्योति केंद्र की पहल काम आयी और तीन दिन पहले अस्पताल से लापता हुई मूक बधिर युवती साधना यादव सकुशल अपने घर पहुंच गई। मऊ निवासी माता पिता को बुलाकर मंगलवार को उक्त युवती को उनके सुपुर्द कर दिया गया। यह युवती सोमवार को सदर कोतवाली क्षेत्र के समनापुर गांव में लावारिस हाल में मिली थी। ग्रामीणों ने 100 नंबर पर फोन किया। मौके पर पहुंची पुलिस उसे कोतवाली ले आई। मूक बधिर होने के कारण व न तो बोल पा रही थी और न ही सुन पा रही थी। इसके बाद युवती को एक मूक बधिर विद्यालय में ले जाया गया और वहां के शिक्षकों के सहारे उसके बारे में जानने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद पुलिस ने रानी लक्ष्मीबाई आशा ज्योति केंद्र के हेल्पलाइन नंबर 181 पर फोन कर इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची आशा ज्योति केंद्र की टीम ने उसके कवर कर लिया। केंद्र पर लाकर युवती को कागज कलम दिया गया, ताकि वह अपने बारे में खुद लिख सके। यह प्रयास सफल हो गया और उस युवती ने अपना नाम पता कागज पर लिख डाला। उसका नाम साधना यादव और पिता का नाम सुदामा यादव है। वह मऊ जिले के रानीपुर थानाक्षेत्र स्थित बरहा गांव की रहने वाली है। आशा ज्योति केंद्र ने इसकी सूचना रानीपुर थाने को दी और थाने ने बरहा गांव के ग्रामप्रधान से संपर्क किया। ग्रामप्रधान की सूचना पर परिवार के लोग आशा ज्योति केंद्र पहुंचे और साधना को उनको सुपुर्द कर दिया गया। सुदामा यादव ने बताया कि वह तीन दिन पहले पत्नी का इलाज कराने अस्पताल आया था, इसी दौरान साधना गायब हो गई थी। इसमें आशा ज्योति केंद्र की टीम में काउंसलर दीपशिखा, रेनु कुमारी, महिला आरक्षी लता ¨सह के अलावा सदर महिला थाने की आरक्षी रिया जायसवाल व तृप्ति ¨सह आदि शामिल थीं।