कृषि का मूल्यांकन करेंगे ¨हदी के शिक्षक
जागरण संवाददाता, लौवाडीह (गाजीपुर): योगी सरकार व्यवस्था में लाख सुधार की कोशिश करे लेकिन यूपी बोर्ड
जागरण संवाददाता, लौवाडीह (गाजीपुर): योगी सरकार व्यवस्था में लाख सुधार की कोशिश करे लेकिन यूपी बोर्ड इतनी आसानी से सुधरने वाला नहीं है। सरकार के तमाम कोशिश के बावजूद नकल में कोई गिरावट नहीं आयी। अब कापी मूल्यांकन में भी तमाम तरह की गड़बड़ियां सामने आ रही है। धर्मेंद्र कुमार उपाध्याय ¨हदी के प्रवक्ता हैं लेकिन उन्हें कृषि विषय की कापी का मूल्यांकन करने को मिला है। वहीं भूपेंद्र नाथ शर्मा अंग्रेजी के प्रवक्ता हैं लेकिन उन्हें विज्ञान वर्ग की कापी का मूल्यांकन करने को मिला है। ऐसे में इन विषयों का वे मूल्यांकन कार्य वह कैसे कर सकेंगे यह समझ से परे है। इस प्रकार की व्यवस्था कर यूपी बोर्ड विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। नाम न बताने की शर्त पर एक अध्यापक ने कहा कि उन्हें मूल्यांकन कार्य में नाम दर्ज कराने के लिए सुविधा शुल्क भी देना पड़ता है। दूसरी तरफ ऐसे भी बहुत अध्यापक हैं जो योग्यताधारी हैं तथा विद्यालयों में पढ़ाते भी हैं लेकिन उनका नाम का परीक्षक के रूप में नहीं शामिल किया गया है। यह यूपी बोर्ड की सबसे बड़ी गड़बड़ी है जो जांच का विषय है। अगर सरकार द्वारा समय रहते इसकी जांच नही करायी गयी तो आने वाले समय मे और भी खामियां हो सकती है।