सीसी कैमरे की नजर में रहेगा मां कामाख्या धाम
जागरण संवाददाता, गहमर (गाजीपुर): चैत्र नवरात्र में मां कामाख्या धाम पर होने वाली भीड़ को ²ष्टिगत रखते
जागरण संवाददाता, गहमर (गाजीपुर): चैत्र नवरात्र में मां कामाख्या धाम पर होने वाली भीड़ को ²ष्टिगत रखते हुए प्रशासन और मंदिर समिति ने कमर कस लिया है। मेले को सकुशल एवं शान्तिपूर्वक संपन्न कराने के लिए पुलिस की ओर से विशेष व्यवस्था की गयी है। पूरा मंदिर परिसर सीसी कैमरे की नजर में रहेगा। वहीं मंदिर समिति द्वारा साफ-सफाई एवं रंग रोगन का कार्य तीव्र गति से हो रहा है। वाहन पार्किंग सहित आम लोगों को बैठने आदि की व्यवस्था पर समिति अपना रुपरेखा तैयार कर चुकी है। बता दें कि देश में शक्तिपीठ के रूप में विख्यात मां कामाख्या देवी के दर्शन के लिए पूरे देश से लोग यहां आते हैं। विन्ध्याचल के बाद ये दूसरा ऐसा शक्तिपीठ है जहां लाखों की संख्या में भक्त मां के दर्शन करते हैं। प्रशासन की सुरक्षा के बाबत गहमर थानाध्यक्ष दुर्गेश्वर मिश्र ने बताया कि इस बार 16 सीसी टीवी कैमरे से पूरे मंदिर परिसर की निगरानी की जायेगी। इसके अलावा हर जगह पर महिला एवं पुरुष कांस्टेबल सहित एसआई और पीएसी के जवान तैनात रहेंगे। मुख्य द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाया जायेगा एवं हैंड मेटल डिटेक्टर से लोगों की जांच की जायेगी। इसके साथ साथ एंटी रोमियो स्क्वाड टीम भी मौजूद रहेगी। अगर कोई भी लड़कियों या महिलाओं से छेड़खानी या हरकत करते हुए पकड़ा जायेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। इसके साथ ही अगर कोई भी नशे की हालत में मंदिर परिसर या उसके आसपास नशा करता हुआ पाया गया तो उसके उपर भी दंडात्मक कार्रवाई होगी
रेवतीपुर: स्थानीय गांव स्थित मां भगवती मंदिर की सफाई व रंगाई होने लगी है। वैसे तो यहां पूरे वर्ष पूजापाठ का दौर चलता है लेकिन नवरात्रि पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ती है। यहां मेले का भी आयोजन होता है। पूरे मंदिर को झालरों से सजाया जाता है जो काफी आकर्षक।
प्राचीन देवी मंदिर की हो रही रंगाई-पुताई
देवकली: गंगा के तटवर्ती क्षेत्र चकेरी धाम परिसर मे स्थित आदि शक्ति मां दुर्गा मंदिर के सफाई व रंगाई करने के साथ उसे भव्य रुप देने का कार्य महंथ संत त्रिवेणी दास महाराज की देखरेख में अनवरत चल रहा है। नवरात्र में यहां श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जुटती है। उक्त प्राचीन मंदिर का एक दशक पूर्व जीर्णोद्धार कर उसमें नौ ¨क्वटल वजनी देवी जी की मूर्ति स्थापित की गई। इसे पर्यटक केन्द्र के रुप मे विकसित किया। जिसे देखने व पूजा पाठ करने के लिए दूर दराज जनपदों से भी श्रदालु आते हैं। नवरात्र के अंतिम दिन रामनवमी को विशाल मेला लगता है, जिसमें वाराणसी व चंदौली जनपद से भी लोग आते हैं, परन्तु इस ऐतिहासिक व सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा के लिए पुरातत्व विभाग द्वारा फूटी कौड़ी भी नहीं दिया गया। इससे बाढ़ से क्षतिग्रस्त चहारदीवारी की मरम्मत आज तक नहीं हो सकी।