साकार होगा तेजबहादुर का सपना
सैदपुर (गाजीपुर) : हॉकी के प्रति जीवन समर्पित करने वाले करमपुर गांव के तेजबहादुर ¨सह का सपना आज साका
सैदपुर (गाजीपुर) : हॉकी के प्रति जीवन समर्पित करने वाले करमपुर गांव के तेजबहादुर ¨सह का सपना आज साकार होगा। हॉकी खिलाड़ियों के लिए एस्ट्रोटर्फ की सुविधा उनकी दिली इच्छा थी। एस्ट्रोटर्फ अपना स्वरूप धारण कर चुका है। सोमवार को मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन करते ही एस्ट्रोटर्फ खिलाड़ियों को समर्पित हो जाएगा। 30 वर्ष पहले तेजबहादुर ¨सह पर हॉकी का सुरूर इस कदर चढ़ा कि उन्होंने अपने पैतृक गांव करमपुर में 15 बीघा में स्टेडियम बनवा डाला। 200 लड़के व लड़कियों को हॉकी की बारीकियां सिखाने लगे। बाद में कोच की व्यवस्था कर गांव की प्रतिभाओं को निखारने लगा। स्थिति यह बनी कि ठेठ व गंवार देहाती खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर की टीमों के खिलाड़ियों को पीछे छोड़ने लगे। मेघबरन ¨सह हॉकी अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कई खिलाड़ियों को खेल के बल पर कई जगहों पर नौकरी मिल चुकी है। यहां के रामनगीना राजभर, दुर्गेश यादव, अवनीश पांडेय, संतलाल चौहान, देवेंद्र प्रताप ¨सह, नारायण राम, बसंत विश्वकर्मा सहित 52 खिलाड़ी सेना में चुने गए। स्वामीनाथ यादव, राजेश राजभर, ओमप्रकाश गोंड, सुशील ¨सह, राजेंद्र राजभर सहित 47 जवान बीएसएफ में देश की सेवा कर रहे हैं। सीआरएफ में अनिल ¨सह, शैलेश यादव, हृदयनारायण ¨सह, सुरेंद्र नाथ 19 खिलाड़ी शामिल हो चुके हैं। इस स्टेडियम के कुछ खिलाड़ी सरकार द्वारा स्थापित स्पोर्ट्स हास्टल में भी प्रवेश कर चुके हैं। एसटीसी लखनऊ हास्टल में आठ, स्पोर्ट्स हास्टल रामपुर में दो, सैफई हास्टल में आठ, गांधीनगर गुजरात हास्टल में तीन, लुधिया पंजाब में 14, आर्मी ब्वायज बंगलौर में छह इंदौर में तीन खिलाड़ी करमपुर से ही प्रशिक्षण प्राप्त कर पहुंचे। अपनी मेहनत व लगन के बल पर खिलाड़ियों को तैयार कर रहे तेजबहादुर ¨सह ने बताया कि हॉकी से उनका विशेष लगाव है। करमपुर स्टेडियम में स्टेडियम का सपना उन्होंने वर्षों पहले देखा था जो अब साकार हो रहा है। आज का दिन मेरी ¨जदगी का अहमद दिन है।