सड़क टूटने से आवागमन ठप
लौवाडीह (गाजीपुर) : पानी निकासी को लेकर जगह-जगह सड़क काट दिए जाने से पुलिया टूट चुकी हैं। जोगामुस
लौवाडीह (गाजीपुर) : पानी निकासी को लेकर जगह-जगह सड़क काट दिए जाने से पुलिया टूट चुकी हैं। जोगामुसाहिब की पुलिया टूटने से गंगहर का पानी मंगई में पूरे प्रवाह के साथ बढ़ रहा है। इससे उसके उफान में और तेजी आई है। इसके अलावा अवथही के पूरब की पुलिया, प्राथमिक विद्यालय के पास की सड़क तथा डोमडेरवा के पास की सड़क टूट गई है। रेवसड़ा के पास टूटी सड़क विशाल गड्ढे का रूप धारण कर चुकी है। सड़कों के क्षतिग्रस्त होने से करईल इलाके के लोगों का आवागमन ठप हो गया है।
फसल बर्बाद
लौवाडीह : बाढ़ का पानी अवथही, सोनाड़ी, चांदपुर, बेलेसडी, जोगामुसहिब, रेडमार, लौवाडीह, पारो, गोंडी, खैराबारी, अमरुपुर, सहित कई गांव में पहुंच गया है। धान, बाजरा, अरहर, सब्जी आदि के खेत पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। लोग अपने खेतों को बचाने के लिए जेसीबी से खुदवाकर घेरा बनाए हैं। इधर मंगई का उफान भी तेजी पर है। इसका पानी लौवाडीह के उत्तर तरफ काफी नजदीक आ चुका है।
मुख्यालय से अवथही का संपर्क कटा
लौवाडीह : बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित अवथही गांव है। गांव का संपर्क मुख्यालय से कट गया है। राजभर बस्ती में पानी पहुंचने के कारण लोग सड़क के किनारे शरण लिए हुए हैं। लोग अपना सामान इकठ्ठा कर ऊंचे घरो में शरण ले रहे हैं। चारो तरफ से सड़क टूट जाने से यहां के लोगों का बाहर जाना रुक गया है।राहत
सामग्री की नहीं है व्यवस्था
दिलदारनगर : क्षेत्र के डारीडीह और बहादुरपुर गांव में गंगा का पानी घुस गया है। ग्रामीण गांव छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए हैं। प्रशासन की तरफ से पीड़ितों के लिए नाव और राहत सामग्री की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। प्रशासन द्वारा बाढ़ राहत चौकी जगजीवन राम इंटर कालेज नगसर में बना है। वहीं बहादुरपुर गांव के कुछ बाढ़ पीड़ित चार दिनों से बगड़हवा पुलिया पर शरण लिए हुए हैं। सबसे अधिक समस्या पशुओं के चारा का है। विशनपुरा, गोहदा, नुरपुर गांव के पश्चिम तरफ भी बाढ़ का पानी पहुंच जाने से किसानो की धान की फसल डूब गई है।