नाव न होने से करइल के गांवों की हालत गंभीर
गाजीपुर: करइल इलाके में बाढ़ का पानी तबाही मचाए हुए है। खेती किसानी तो जो बर्बाद हो रही है सो हो
गाजीपुर: करइल इलाके में बाढ़ का पानी तबाही मचाए हुए है। खेती किसानी तो जो बर्बाद हो रही है सो हो ही चुकी है। जनजीवन भी गंभीर रूप से प्रभावित है। नाव की कमी से सर्वाधिक परेशानी से कई गांवों को जूझना पड़ रहा है। रात में किसी की तबीयत खराब होने पर उसे इलाज मिलना भी संभव नहीं है। इन गांवों के संपर्क मार्ग बाढ़ के प्रवाह से कट चुके हैं।
अवथही गांव के निवासी रणजीत राय का निधन वाराणसी में इलाज के दौरान हो गया। उनका दाह संस्कार कर परिजन वाराणसी से गुरुवार की शाम लौटे । साथ में महिलाएं भी थीं। गांव में ही घंट आदि बांधने का कार्यक्रम होना है। उस परिवार के पास कोई ऐसा साधन नहीं था जिससे वे अपने गांव और घर तक पहुंच सकें। सड़क पर ही बैठकर वह परिवार किसी वैकल्पिक व्यवस्था में लगा है। गांवों के लोग प्रशासन को फोन से नाव की व्यवस्था करने के लिए आग्रह कर रहे हैं तो बड़ा अधिकारी अपने से छोटे को निर्देश देकर अपना पल्ला झाड़ ले रहा है। अंत में बात कानून गो तक पहुंच रही है। बार बार फोन के कारण कानून गो का फोन ही बंद हो गया। अब लोगों के समझ में नहीं आ रहा है कि नाव के लिए किससे आग्रह करें। गांवों से महिलाओं को कहीं आवश्यकता पर बाहर जाने की ही जरुरत पड़े तो कैसे बाहर निकाला जाय। इस संकट से करइल के दर्जनों गांव जूझ रहे हैं।