मां की कोख बनी बेटियों की कब्रगाह
गाजीपुर : महुआबाग स्थित राजकीय बालिका विद्यालय में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की ओर से रविवार को
गाजीपुर : महुआबाग स्थित राजकीय बालिका विद्यालय में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की ओर से रविवार को हुए महिला सम्मेलन में महिलाओं के हक पर चर्चा हुई। इस मौके पर सभी ने एक स्वर में दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या एवं महिलाओं की राजनीतिक एवं सामाजिक उपेक्षा के खिलाफ जमकर आवाज उठाई।
मुख्य अतिथि महिला संभाग की राष्ट्रीय अध्यक्ष मेघना श्रीवास्तव ने समाज से दहेज के खिलाफ अलख जगाने का आह्वान करते हुए कहा कि दहेज प्रथा को समाप्त करने में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती हैं। दहेज के चलते महिलाएं ही उत्पीड़ित होती हैं और वही उनका उत्पीड़न करती हैं। विशिष्ठ अतिथि विश्व मोहन कुलश्रेष्ठ ने समाज की महिलाओं से राजनीतिक एवं सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान करते हुए कहा कि समाज की बेटियां और महिलाओं को समाज की होनहार एवं बहादुर बेटी अरुणिमा सिन्हा के संघर्षों से प्रेरणा लेने की जरूरत है। कहा कि कन्या भ्रूण हत्या के चलते ही मां की कोख बेटियों के लिए कब्रगाह बन गई है। इस सम्मेलन में आकांक्षा श्रीवास्तव व अरुण कुमार श्रीवास्तव को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही विशिष्ठ अतिथि विश्व मोहन कुलश्रेष्ठ को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर मुक्तेश्वर श्रीवास्तव, मुकेश सहारा, सुरेश चंद्र श्रीवास्तव, डा.एसपी लाल, अर्चना, प्रतिमा श्रीवास्तव, पियूष श्रीवास्तव, देवेंद्र, नीलू श्रीवास्तव, संगीता सहाय, मधु श्रीवास्तव, निशा श्रीवास्तव आदि थे। संचालन नंदिनी श्रीवास्तव ने किया।