एक जुलाई से ओवरलोड ट्रकों पर प्रतिबंध
गाजीपुर : 'देर आए दुरुस्त आए' की तर्ज पर ट्रकों की ओवरलो¨डग के चलते दुर्दशा झेल रहे जिले की सड़को
गाजीपुर : 'देर आए दुरुस्त आए' की तर्ज पर ट्रकों की ओवरलो¨डग के चलते दुर्दशा झेल रहे जिले की सड़कों और पुलों का जिला प्रशासन ने संज्ञान में लिया है। एक जुलाई से जिले में ओवरलोड ट्रकों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस दिन से ओवरलोड ट्रकों के खिलाफ चे¨कग अभियान चलेगा। इस संबंध में एडीएम आनंद कुमार ने बुधवार को ट्रक आपरेटरों संग बैठक की और उन्हें मानक के अनुसार ट्रकों पर माल लोड कर चलाने का निर्देश दिया। ट्रक आपरेटरों ने भी इस पर अपनी सहमति जताई।
बैठक में एडीएम ने कहा कि वाहनों पर निर्धारित मानक से अधिक माल परिवहन करने से सड़क व पुल क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। इससे दुर्घटनाएं भी अधिक होती हैं और जानमाल का नुकसान होता है। सहायक परिवहन अधिकारी ने ट्रक आपरेटरों से कहा कि वह एडीएम के निर्देशों का पालन करें। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी भवानीदीन ने यह भी कहा कि यदि मानक के अनुसार वाहन नहीं चलाए गए तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में दोनों अधिकारियों के अलावा ट्रक एसोसिएशन के पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे। इसमें नंदलाल यादव, मुंशी यादव, राजेश यादव, कामेश्वर राय, प्रमोद कुमार ¨सह, प्रवीण कुमार ¨सह, संतोष कुमार ¨सह, रजनीकांत राय, पप्पू राय व लाडले आदि शामिल थे।
दो पुलों की चढ़ चुकी है बलि
- ओवरलोड ट्रकों की वजह से पिछले दो महीने के भीतर ही जिले के दो पुलों की बलि चढ़ चुकी है। इसमें कठवामोड़-कासिमाबाद मार्ग पर बना बौरी पुल और गाजीपुर बलिया मार्ग पर बना कठवामोड़ का पुल शामिल है। बौरी पुल में तो निर्माण में मानकों की अनदेखी का आरोप है। कुछ कार्रवाई हुई है और जांच भी चल रही है। ओवरलोड ट्रकों के कारण पूरे जिले की सड़क खराब हो जा रही हैं। इन क्षतिग्रस्त सड़कों और टूटे हुए दोनों पुलों की वजह से अब जिले की आम जनता को कितनी मुसीबत उठानी पड़ रही है, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
अब एनएच-29 की शुरू हुई दुर्दशा
- कठवामोड़ पुल के बंद होने से मुहम्मदाबाद, कासिमाबाद और बलिया जाने वाले बड़े वाहन अब एनएच-29 से होकर गुजरने लगे हैं। इस मार्ग पर पहले से ही अधिक वाहनों का लोड था लेकिन अब बढ़कर दोगुना हो गया है। रात को तो ट्रकों की लंबी लाइन लग जा रही है। ऐसा लग रहा है जैसे कोई ट्रेन जा रही है। इससे यह सड़क भी क्षतिग्रस्त होने लगी है। अंधऊ के पास सड़क एकदम धंस गई है और किसी भी दिन आवागमन बंद हो सकता है। लेकिन समय रहते संबंधित विभाग इसकी मरम्मत नहीं कर सकता और यह तक तब नहीं होगा, जब तक यह मार्ग एकदम बंद नहीं हो जाएगा।