गिरफ्तारी न होने से जिला प्रशासन पर बढ़ा दबाव
गाजीपुर : जिला अस्पताल में चिकित्सक की हुई पिटाई के मामले में अभी तक शेष आरोपियों की गिरफ्तारी न
गाजीपुर : जिला अस्पताल में चिकित्सक की हुई पिटाई के मामले में अभी तक शेष आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से जिला प्रशासन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। जिला अस्पताल के चिकित्सकों का सांकेतिक आंदोलन दूसरे दिन भी जारी रहा। उन्होंने बांह पर काली पट्टी बांध कर काम किया और अपनी मांग पर अड़े रहे।
पिछले 19 जून की रात इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक डा. पीपी उपाध्याय की कुछ अराजक तत्वों ने पिटाई कर दी। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पिछले शनिवार को चिकित्सकों ने ओपीडी सेवा ठप कर दी और धरना प्रदर्शन किया। अगले दिन रविवार को ज्वाइंट मेडिकल फोरम और जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री के बीच वार्ता हुई। प्रशासन ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक सप्ताह का समय मांगा। इस पर चिकित्सक मान गए और ओपीडी सेवा चालू कर दी गई। लेकिन मंगलवार तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। इधर चिकित्सकों का कहना है कि अगर तय समय तक सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो आगे और तेज आंदोलन किया जाएगा।
रुपये मांगने से मुकरा घायल
जिस घायल के मेडिकल के लिए रुपये मांगने के आरोप पर जिला अस्पताल में हंगामा हुआ, वह दूसरे दिन ही रुपये मांगने की बात से मुकर गया। मामला पिछले शनिवार की रात का है। बिरनो थानाक्षेत्र के गुलाल सराय गांव में दो पक्षों में मारपीट हो गई। इसमें एक पक्ष के दो लोग घायल हो गए। इनको मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल लाया गया। घायलों के साथ आए लोगों ने आरोप लगाया कि चिकित्सक मेडिकल के लिए रुपये मांग रहे हैं और हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिस ने मामला सुलझा दिया। अगले दिन उसमें से एक घायल मुन्ना यादव ने अस्पताल को लिखित रूप से बताया कि उससे किसी ने रुपये की मांग नहीं की थी।