नहीं मिले सीएम, मायूस हुए सपाई
गाजीपुर : काम की व्यस्तता कहें या भीड़ से बचने की कवायद। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सोमवार को अंधऊ हवाई
गाजीपुर : काम की व्यस्तता कहें या भीड़ से बचने की कवायद। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सोमवार को अंधऊ हवाई पट्टी पर किसी से मिले नहीं। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से औपचारिक बातचीत कर लखनऊ के लिए रवाना हो गए। उनसे मिलने के लिए कई दिग्गज सपाई मौके पर पहुंचे लेकिन प्रशासन ने किसी को मिलने की इजाजत नहीं दी। मायूस होकर सपाई हवाई पट्टी से वापस आ गए।
दरअसल बलिया में सौगातों की बरसात करने के बाद हेलीकाप्टर से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव करीब ढाई बजे अंधऊ हवाई पट्टी आए और पांच मिनट ठहरने के बाद हवाई जहाज में बैठकर लखनऊ रवाना हो गए। सुबह करीब नौ बजे के आसपास जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री के पास सूचना आई कि बलिया में कार्यक्रम संपन्न होने के बाद हेलीकाप्टर से मुख्यमंत्री अखिलेश गाजीपुर अंधऊ हवाई पट्टी आएंगे। फिर वहीं से वह हवाई जहाज से लखनऊ रवाना हो जाएंगे।
सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया। तत्काल डीएम संजय कुमार खत्री और एसपी रामकिशोर वर्मा मय फोर्स के अंधऊ हवाई पट्टी पहुंच गए। यह सूचना धीरे-धीरे सपाइयों के बीच भी पहुंच गई। आनन-फानन में पूर्व सांसद राधेमोहन ¨सह और जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरेंद्र यादव अंधऊ हवाई पट्टी मुख्यमंत्री से मुलाकात करने जा पहुंचे। ¨कतु हवाई पट्टी के मुख्यद्वार पर सीओ वेदप्रकाश ¨सह व सदर कोतवाल प्रशांत श्रीवास्तव ने स्पष्ट कर दिया कि मुख्यमंत्री किसी से मुलाकात नहीं करेंगे।
दोनों नेता वापस आ गए। इस संबंध में डीएम का कहना है कि मुख्यमंत्री ने शुरू में ही आचार संहिता का हवाला देते हुए किसी से भी नहीं मिलने का संदेश भेज दिया था। लिहाजा उनसे मिलने आने वालों को उनका संदेश बताकर रवाना कर दिया गया।
¨जदाबाद का नारा लगा सत्या ने खींचा सीएम का ध्यान
सयुस के प्रदेश सचिव व जिला पंचायत सदस्य सत्येंद्र यादव उर्फ सत्या जा धमके। ठीक ढाई बजे जैसे ही हेलीकाप्टर से उतरे और राज्यसभा सांसद नीरज शेखर से बात शुरू ही की थी कि परिसर के बाहर खड़े सत्या ने अखिलेश यादव ¨जदाबाद के नारे लगाने लगे। महज सौ मीटर की दूरी होने के चलते नारेबाजी मुख्यमंत्री के कानों से जा टकराई। सीएम पलटे तो सत्या ने हाथ जोड़कर अभिवादन किया। बदले में मुख्यमंत्री ने भी हाथ हिलाकर अभिवादन का जवाब दिया। दोनों ओर से कुछ क्षणों के लिए हाथों के इशारे से ही बातचीत हुई। उसके बाद सीएम हवाई जहाज की ओर रवाना हो गए।