जच्चा-बच्चा केंद्र पर संसाधनों का अभाव
जखनियां(गाजीपुर) : क्षेत्र के बारोडीह गांव स्थित जच्चा-बच्चा केंद्र का लाभ आम जनता को नहीं मिल पा रह
जखनियां(गाजीपुर) : क्षेत्र के बारोडीह गांव स्थित जच्चा-बच्चा केंद्र का लाभ आम जनता को नहीं मिल पा रहा है। शिकायत के बावजूद जनप्रतिनिधि व विभागीय अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
लाखों रुपये खर्च कर करीब छह वर्ष पहले जच्चा-बच्चा केंद्र का निर्माण हुआ तो लोगों में आस जगी कि अब प्रसव व टीकाकरण के लिए जखनियां स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नहीं जाना पड़ेगा। आधा दर्जन गांव की महिलाओं व बच्चों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए इस केंद्र की स्थापना हुई।
आलम यह है कि अब तक केंद्र पर कोई सुविधा नहीं है। कमरों की खिड़कियां टूट चुकी हैं। शीशा भी नहीं लगा है। शौचालय बनाने के लिए गड्ढा खोदा गया लेकिन निर्माण अब तक पूरा नहीं हुआ। विद्युतीकरण अब तक नहीं हो पाया है। इसके चलते यहां कोई भी एएनएम रहने को तैयार नहीं हैं। स्थिति यह है कि यहां न तो स्टाफ है और न ही मरीज यहां आते हैं। हालांकि कुछ स्टाफ किराए के भवन में रहकर टीकाकरण आदि काम करते हैं। जच्चा-बच्चा केंद्र पर एएनएम व आशा कार्यकर्ता होने के बाद भी केंद्र पर कोई स्टाफ नहीं रहता है। महिलाओं को प्रसव की स्थिति में निजी साधन के सहारे जखनियां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आना होता है। जानकारी के अभाव में बच्चों को टीकाकरण भी नहीं हो पाता है। क्षेत्र के सदरजहापुर गांव के रमेश ¨सह, विनोद यादव, प्रभुनाथ के अलावा सोहागपुर, मुबारकपुर, माखनपुर के लोगों ने बताया कि केंद्र पर खास सुविधा नहीं है। एएनएम मीनाक्षी देवी ने बताया कि सीमित साधनों से गर्भवती महिलाओं की जांच की जाती है। प्रसव के लिए जखनियां जाना मजबूरी है।