फसलों का डंठल खेत में ही जला रहे किसान
लौवाडीह (गाजीपुर) : गेहूं की कटाई इस समय हार्वेस्टर से हो रही है। गेंहू का डंठल खेतों में ही रह जाता
लौवाडीह (गाजीपुर) : गेहूं की कटाई इस समय हार्वेस्टर से हो रही है। गेंहू का डंठल खेतों में ही रह जाता है। किसान उसे खेतों में छोड़ने के बजाय उसे जला दे रहे हैं। उनका मानना है कि जलाने से खेत साफ हो जाते है और खर पतवार नष्ट हो जाते हैं। परंतु डंठलों के जलाने से पर्यावरण तो दूषित होता ही है साथ में मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम होने लगाती है। मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ाने में सहायक मित्र जीवाणु नष्ट हो जाते हैं। इससे मिटटी धीरे धीरे ऊसर में परिवर्तित हो जाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसे रोकने के लिए जनता से अपील कर चुके हैं। प्रशासन द्वारा डंठल खेतों में जलाने पर प्रतिबंध भी है परंतु अज्ञानता इसका असर किसानों पर नहीं है। कृषि अधिकारियों द्वारा किसानों को इसे रोकने हेतु जागरूक करने के लिए कोई कार्यक्रम नहीं चलाए जाते हैं। वहीं प्रशासन द्वारा इस पर सख्ती नहीं की जाती है।