पाप से भारी है अपराध
गाजीपुर: मानव धर्म प्रसार शाखा अहिरपुरवा जंजीरपुर का 21वां वार्षिक सम्मेलन शनिवार को हुआ। इस दौरा
गाजीपुर: मानव धर्म प्रसार शाखा अहिरपुरवा जंजीरपुर का 21वां वार्षिक सम्मेलन शनिवार को हुआ। इस दौरान लोगों को मानव धर्म के बारे में बताया गया और उसका पालन करने के लिए प्रेरित किया गया। गंगादास आश्रम के मठाधीश संत भोलादास जी महाराज ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जमानियां प्रभारी सदानंद जी ने कहा कि पाप और अपराध में मात्र उतना ही अंतर होता है कि पाप का निवारण प्रायश्चित से किया जा सकता है लेकिन अपराध का निवारण प्रायश्चित से भी नहीं होता है। धर्मदेव ¨सह यादव ने अपने कविता के माध्यम से बताया कि मानव बनकर ही कोई जीत हासिल की जा सकती है। लेकिन आज मनुष्य हिंसक पशुओं की तरह व्यवहार कर रहा है। संसार में मनुष्य ही एक ऐसा प्राणी है जो दूसरों को लूट कर अपना घर भर रहा है। जखनियां प्रभारी बालेश्वर कुशवाहा ने भी संबोधित किया। ईश्वर ने इंसान की रचना इसलिए किया था कि वह दूसरों की पीड़ा को महसूस कर उनकी सहायता करे। इस दौरान तेजबहादुर, गुलाब, नंदलाल, रामअवध, बालेश्वर, शिवशंकर, रामानंद, प्रेम व माखन ¨सह यादव ने भजन प्रस्तुत किया।