सियासी चाल में गायब हुई नींद
नंदगंज (गाजीपुर): ग्राम पंचायत चुनाव चिह्न मिलने के बाद प्रधानों प्रत्याशियों की नींद हराम हो गई है।
नंदगंज (गाजीपुर): ग्राम पंचायत चुनाव चिह्न मिलने के बाद प्रधानों प्रत्याशियों की नींद हराम हो गई है। देर रात बिस्तर पर लेटते तो हैं लेकिन आंखे बंद कर लेने के बाद
दिवास्वप्न की तरह अगले दिन के चुनावी समर के लिए गोटियां कैसे बिछाई जाए व कहां अभी जोर लगाना है आदि चीजें दिखाई देने लगती हैं। फलस्वरूप नींद कोसों दूर चली जाती है। घंटों बाद किसी तरह नींद आई तो पुन: हड़बड़ा कर उठकर बैठ जाते है कि कहीं सुबह तो नहीं हो गई। आज जल्दी निकलकर कई लोगों से मिलकर मतरूपी आर्शीवाद लेना है। इस बार के चुनाव में महिला प्रत्याशी भी पुरूष
प्रत्याशी से पीछे नहीं हैं। जो घर के चौखट से नहीं निकलती थी वह आज गांव की टूटी-फूटी गलियों में घर-घर जाकर पांव छू आर्शीवाद मांग रही है। इनके साथ महिलाओं का झुंड भी चल रहा है। गांव में एक प्रत्याशी का महिला झुंड गया नहीं की दूसरा झुंड पहुंच जा रहा है, और कहते जा रहा है कि हमें भी याद रखिएगा। इस समय गांवों में चुनावी चढ़ गया है। बच्चे, बूढ़े व जवान चाहे वह स्त्री हो या पुरूष सभी इसकी चपेट में आकर मत रूपी दवा के लिए दरवाजे-दरवाजे भटकना शुरू कर दिए हैं। गांव में कहीं कोई हादसा व दुखद घटना
होने पर उसके यहां भारी भीड़ एकत्रित हो जा रही है। हर प्रत्याशी अपने को समाजसेवक व परोपकारी जताने के लिए इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा है। काश ऐसी ही सोच हमेशा होती तो आपस में भाईचारा बना रहता।