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शहादत दिवस पर पूर्व विधायक कृष्णानंद राय को किया याद

मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) : भाजपा के पूर्व विधायक कृष्णानंद राय व उनके साथियों की 10वीं शहादत दिवस रविवा

By Edited By: Published: Sun, 29 Nov 2015 07:04 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2015 07:04 PM (IST)
शहादत दिवस पर पूर्व विधायक कृष्णानंद राय को किया याद

मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) : भाजपा के पूर्व विधायक कृष्णानंद राय व उनके साथियों की 10वीं शहादत दिवस रविवार को शहीद पार्क में आयोजित की गई। श्रद्धांजलि समारोह में केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग राज्यमंत्री गिरिराज ¨सह ने अल्पसंख्यक को लेकर नए सिरे से बहस की जरुरत बताई। कहा कि आजादी के बाद देश में एक नया आतंकवाद पैदा हुआ है। वह देश में आस्तीन की सांप की तरह बैठा है। देश काफी समय से आतंकवाद से जूझ रहा है लेकिन जब अमेरिका व फ्रांस पर आतंकियों ने अपना कहर बरपाया तो पूरे विश्व को उनके आतंक का एहसास हो रहा है। विधायक कृष्णानंद राय सहित उनके साथियों ने इसी तरह के आतंकवाद की लड़ाई में अपनी शहादत दी। देश में नरेंद्र मोदी जी की सरकार बनने के बाद लोगों को विश्वास हो गया है कि अब दाउद इब्राहिम जैसे आतंकवादी जल्द ही विदेशों से भारत में लाए जाएंगे। उसी प्रकार गाजीपुर की धरती को भी भरोसा है कि कृष्णानंद राय सहित उनके साथियों की हत्या में लिप्त यहां के आतंकियों को भी सजा मिलेगी।

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आज देश में हो रहे विकास की बातों की चर्चा करने के बजाय सहिष्णुता एवं असहिष्णुता को लेकर चर्चा कर लोगों का ध्यान भटकाया जा रहा है। जो लोग असहिष्णुता की बातों को हवा दे रहे हैं वे अपने गिरेबां में पहले झांककर देखें। कश्मीर से जब कश्मीरी ब्राह्मणों को भगाया गया तो उसके बाद से आज तक उनकी जुबान से एक बार भी असहिष्णुता की बातें नहीं निकली। कहा कि आज देश में सबसे बड़ी समस्या अल्पसंख्यक के दर्जा को लेकर है। आज अल्पसंख्यक शब्द पर नये सिरे से बहस करने की जरूरत है, ताकि अल्पसंख्यक कौन हैं, इसका सही निर्धारण हो सके। कहा कि वोट बैंक के लिए आतंकवादियों का भी समर्थन किया जा रहा है। कृष्णानंद राय व उनके साथियों की हत्या पूरी तरह से राजनीतिक है, यहां की जनता को चाहिए कि राय की हत्या का बदला वे राजनीति के माध्यम से लें। यही आज सही श्रद्धांजलि होगी।

रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि राय ने जिस संघर्ष को शुरू किया था उस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने के प्रयास में लगा हूं। कहा कि कोई साथ रहे या न रहे, हमें भरोसा है कि आप लोगों का नैतिक समर्थन इस बात का बल

देता है कि अगर अपराधियों के हाथों समाज के भले लोग टूट गए तो समाज में

अराजकता की स्थिति पैदा हो जायेगी। यह किसी राजनीतिक लाभ के लिए मैं नहीं कर रहा हूं, इस बात को आप सभी लोग जानते हैं। कहा कि यहां के लोग आतंक से मुक्त होकर अपना

निर्णय ले इस तरह का वातावरण बने यही मेरा प्रयास है। वह समय जल्द ही आयेगा जब इस वातावरण से यहां के लोग मुक्त होंगे, और भय से उनकी भावनाओं को नहीं दबाया जा सकेगा। श्रद्धांजलि सभा में इस बात का संकल्प लेकर जाएं कि किसी भी मोड़ पर आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए पीछे नहीं हटेंगे। कृष्णानंद राय की पत्नी व पूर्व विधायक

अलका राय ने कहा कि 10 वर्षों से वह अपराधियों के विरूद्ध लड़ाई जारी रखी

हुई हैं। उनकी लड़ाई चलती रहेगी।

श्रद्धांजलि सभा में सांसद भरत ¨सह, फेफना विधायक उपेंद्र तिवारी, पूर्व विधायक पशुपति नाथ राय, वीरेंद्र राय,

जिलाध्यक्ष कृष्ण बिहारी राय, सुनील ¨सह, विजय शंकर राय, नरेंद्र ¨सह,

नगर पालिका चेयरमैन विनोद अग्रवाल, सच्चिदानंद राय, ओमप्रकाश राय, बृजेंद्र

नाथ राय, रामतेज पांडेय, व्यासमुनी राय आदि ने विचार व्यक्त किया। अध्यक्षता कैप्टन अनिरूद्ध राय व संचालन ओमप्रकाश उपाध्याय ने किया।


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