हक को उठाई आवाज तो बना दिया गुंडा
गाजीपुर : वाह रे प्रशासन और वाह रे पुलिस हक की आवाज बुलंद करने वालों को ही निशाने पर ले रखा है।
गाजीपुर : वाह रे प्रशासन और वाह रे पुलिस हक की आवाज बुलंद करने वालों को ही निशाने पर ले रखा है। बुनियादी सुविधाओं के लिए मुखर रहने वाले छात्रनेता विवेकानंद पांडेय को पुलिस व जिला प्रशासन ने 'गुंडा' बना दिया। जंगीपुर कांड में बवाल के बाद पहले गैंगस्टर लगाया गया अब ग्राम पंचायत चुनाव आते ही गुंडा एक्ट में निरूद्ध कर दिया गया। नोटिस मिलने के बाद विवेकानंद के होश उड़ गए। अब वह अधिकारियों के यहां गुहार लगा रहे हैं।
सड़क, बिजली, पानी के लिए ग्रामीणों संग छात्र नेता विवेकानंद पांडेय जंगीपुर स्थित लावा मोड़ पर अनशन कर रहे थे। कई दिनों तक जब अनशन स्थल पर कोई अधिकारी नहीं पहुंचा तो ग्रामीणों का गुस्सा फूट गया। 15 अगस्त को वे गाजीपुर-मऊ मार्ग को जाम कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें जबरिया हटाने की कोशिश की तो वे भीड़ उग्र हो गई और पथराव शुरू कर दिया। पुलिस भी जवाबी कार्रवाई करते हुए कई राउंड फाय¨रग की। इस दौरान नायब तहसीलदार समेत आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने 800-900 अज्ञात व 69 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। बाद में विवेकानंद पांडेय समेत दस लोगों पर गैंगस्टर लगा दिया गया। करीब तीन माह तक जेल में रहने के बाद विवेकानंद पांडेय किसी तरह जेल से छुटे तो समझे की अब उनकी मुश्किलें कम हो गईं। यह केवल विवेकानंद पांडेय ही नहीं कई ऐसे छात्र नेता है जो जिला प्रशासन के इस कार्रवाई का शिकार हुए हैं।