सेमरा, पुरैना के बाद अब बारा की बारी
गहमर (गाजीपुर) : गहमर के बारा गांव स्थित मठिया गंगा घाट के पास कटान को रोकने के लिए लगा बोल्डर ज
गहमर (गाजीपुर) : गहमर के बारा गांव स्थित मठिया गंगा घाट के पास कटान को रोकने के लिए लगा बोल्डर जगह-जगह धंस गया है। इसके चलते आसपास के लोगों में दहशत है। शिकायत के बावजूद अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। यहां पर अगर कटान हुआ तो बर्बादी को रोकना मुश्किल हो जाएगा। घाट पर कटान रोकने के लिए 35 लाख की लागत से बोल्डर का निर्माण कराया गया। मानक की अनदेखी के चलते जगह-जगह बोल्डर धंसने के चलते घाट खतरा मड़राने लगा है। अगर कटान शुरू हुआ तो घाट का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।
सेमरा, शिवराय का पूरवा, पुरैना के आद बारा स्थित शिवमंदिर के अस्तित्व पर भी कटान का खतरा मंडराने लगा है। लाखों की लागत से बनी ठोकर पहली बार ही गंगा की लहरों के झटकों को नहीं झेल पाया। नतीजा कई स्थानों पर से बोल्डर धंसने से शिवमंदिर गंगा में समा सकता है। मतलब साफ है कि इसके निर्माण में भी अन्य ठोकर निर्माण की तरह गुणवत्ता से मजाक किया गया है, यानि धन की जमकर बंदरबांट हुई है। इसके चलते आसपास के लोगों में दहशत है। शिकायत के बावजूद संबंधित अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। भय है कि अगर यहां पर अगर कटान हुआ तो बर्बादी को रोकना संभव नहीं होगा।
ग्रामीण बोले..
ग्रामीण बालेश्वर यादव, रामबचन यादव, रवींद्र चौधरी, बलिराम प्रसाद, जमाल खान, शाहिद खान का कहना है कि प्रशासन की उपेक्षा के चलते इससे पूर्व दो शिव मंदिर गंगा में समा चुका है। अगर इसकी भी सुध नहीं ली गई तो इसका भी अस्तित्व समाप्त हो सकता है।
नहीं है खतरा
बोल्डर को लोहे की जाली से बांधा गया है। इसके धंसने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा बल्कि उससे कटान रुकेगा। ग्रामीणों को डरने की जरुरत नहीं है।
- दिनेश ¨सह, अधिशासी अभियंता, ¨सचाई निर्माण खंड प्रथम।