खुद के तमंचे से घायल हुए थे सपा नेता
गाजीपुर : सपा नेता ओमप्रकाश यादव को गोली नहीं मारी गई थी, बल्कि खुद के तमंचे से लग गई थी। यह बाते छ
गाजीपुर : सपा नेता ओमप्रकाश यादव को गोली नहीं मारी गई थी, बल्कि खुद के तमंचे से लग गई थी। यह बाते छानबीन में सामने आई। सपा नेता से पूछताछ के बाद पुलिस ने अवैध तमंचा भी बरामद कर लिया है। गुरुवार को मामला खुलने के बाद राजनीतिक गलियारे में हलचल मच गई है। सपा नेता द्वारा कहानी रचने की भी चर्चा जोरों पर है। लोगों का कहना है कि चुनाव में सहानुभूति बटोरने के लिए सपा नेता ने यह कहानी रची थी। वहीं अब लोग यह भी कहने लगे हैं कि तमंचे के साथ जनसम्पर्क करना कहां की राजनीति है।
गौरतबल हो कि बीते 19 तारीख को जिला पंचायत चुनाव के लिए सपा नेता प्रचार कर बाइक से अपने घर चकिया लौट रहे थे। उसी दौरान वह गोली से घायल हो गए थे। मौके पर पहुंची पुलिस को सपा नेता ने बताया कि भागीरथपुर गांव निवासी नन्हे राय एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर गोली मार दी। सपा नेता की तहरीर पर पुलिस नन्हे राय व एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू कर दी। आरोपी व पीड़ित दोनों की मोबाइल का काल डिटेल्स निकाला गया। हालांकि पुलिस को तब भी कुछ खास कामयाबी हाथ नहीं लगी। तीन-चार दिनों तक चली छानबीन में पता चला कि सपा नेता को असलहा लेकर घुमने का शौक था। इसके बाद पुलिसियां जांच की दिशा ही बदल गई। पुलिस ने जब ओमप्रकाश से कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गए। साथ ही पूरी कहानी पुलिस के सामने बता दी। थानाध्यक्ष प्रवीण यादव का कहना है कि घटना के दिन वह तमंचा कमर में खोसकर बाइक से घर लौट रहे थे। जैसे ही वह डुहिया गांव के पास पहुंचे ही थे कि गड्ढे में बाइक पड़ने से तमंचा फायर हो गया। ऐसे में सपा नेता की जांघ में गोली लग गई। पकड़े जाने के डर से सपा नेता ने तमंचा खेत में ही फेंक दिया था और नई कहानी गढ़ दी।