दीपक के सहारे कुख्यात धर्मेंद्र को पकड़ेगी पुलिस
गाजीपुर : बहुचर्चित मनोज ¨सह हत्याकांड के खुलासा के करीब पुलिस लगभग पहुंच चुकी है। कांड मुख्य आरोपी
गाजीपुर : बहुचर्चित मनोज ¨सह हत्याकांड के खुलासा के करीब पुलिस लगभग पहुंच चुकी है। कांड मुख्य आरोपी कुख्यात धर्मेंद्र तक पहुंचने के लिए उसके खासमखास मऊ जेल में बंद दीपक को जिला पुलिस वांरट बी के जरिए कस्टडी में लेकर पूछताछ करेगी। पुलिस ने वहां के कोर्ट में अर्जी दे दी है। एसपी वैभव कृष्ण का कहना है कि मामले का खुलासा शीघ्र ही कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि 16 मार्च को शराब कंपनी के मैनेजर मनोज ¨सह सकलेनाबाद स्थित यूको बैंक में 28 लाख रुपया जमा करन जा रहे थे। बैंक के समीप पहुंचते ही बदमाशों ने उन्हें गोली मार रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो गए। पुलिस मनोज को वाराणसी अस्पताल में भर्ती कराती उससे पहले उनकी मौत हो गई। तीन महीने बीतने के बाद भी अभी तक एक भी बदमाश पकड़ा नहीं जा सका है। वैसे पुलिसिया प्रयास के दौरान यह आशंका व्यक्त की जा रही है कि हत्याकांड का प्रमुख आरोपी 50 हजार का इनामी कुख्यात धर्मेंद्र है। इसका पता पुलिस को स्टेशन के बाहर मिली लावारिस बाइक से चला। दरअसल बाइक का पता लगाने के लिए पुलिस ने स्टेशन रोड की दुकानों के बाहर लगे सीसी कैमरे को खंगाला तो सुराग स्वत: सामने आ गया। तीन युवक उसे लेकर पैदल चल रहे थे। उनमें से एक का कद-काठी धर्मेंद्र से मिलता है। अभी पुलिस उधेड़बुन में लगी ही थी कि इसी बीच मऊ पुलिस के हत्थे धर्मेंद्र का खास दीपक चढ़ गया। धर्मेंद्र को पकड़ने के लिए पुलिस हर हथकंडे को अपना रही है। सूत्रों का कहना है कि शहर कोतवाल श्रीप्रकाश दुबे मंगलवार को मऊ जेल में बंद धर्मेंद्र के साथी दीपक ¨सह से पूछताछ भी की। दीपक ने कबूल किया है कि आठ जनवरी को धर्मेंद्र के साथ आजमगढ़ के जहानागंज क्षेत्र से बाइक लूटी थी। बरामद बाइक मऊ जिले के चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के वलीनगर निवासी राणा सत्येंद्र प्रताप ¨सह की है। बदमाश धर्मेंद्र ¨सह आजमगढ़ के तरवां थाने के खुटहन का रहने वाला है। उसका साथी दीपक ¨सह तरवां थाने के वीरपुर का रहने वाला है।