दो माह बीते, लूट के जेवर बरामद नहीं
जमानियां (गाजीपुर) : जिले में लूट की घटनाओं को रोकना तो दूर पुलिस खुलासा भी नहीं कर पा रही है और पीड़
जमानियां (गाजीपुर) : जिले में लूट की घटनाओं को रोकना तो दूर पुलिस खुलासा भी नहीं कर पा रही है और पीड़ितों की थाना से लगायत अधिकारियों के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बतौर उदाहरण 16 फरवरी को 35 लाख की लूट की घटना को लिया जा सकता है।
दरअसल उक्त दिन सराफा व्यवसायी छोटे लाल वर्मा को बदमाशों ने लहुलुहान कर 35 लाख रुपये के जेवर लूट लिया था। लूट के इस संगीन मामले में स्थानीय पुलिस का रवैया काफी गैरजिम्मेदराना साबित हो रही है। अब तक बदमाशों क ो नहीं पकड़ पाई। कुछ दिनों पूर्व मउ में पकड़े गए बदमाश लालू यादव ने लूट को अंजाम देने की बात स्वीकार की। यहां के व्यापारियों को इस पर ऐतबार नहीं है। लोगों का कहना है कि यदि लालू गिरोह ने लूट किया है तो लूटे गए जेवर पुलिस ने अब तक बरामद क्यों नहीं किए। व्यापारियों का कहना है कि पुलिस ने अपनी नाकामी छिपाने के लिए दबाव बनाकर मउ में पकड़े गए बदमाश से यह बात मनवाया है। यदि उसने लूट को अंजाम दिया है तो इसके पीछे की पूरी सच्चाई सामने आनी चाहिए और माल की बरामदगी होनी चाहिए। इस घटना के बाद मौके पर पहुंचे वाराणसी परिक्षेत्र के डीआईजी एस के भगत ने दस दिनों में घटना का खुलासा करने का दावा किया था। परंतु हुआ कुछ नहीं
लब्बोलुआब यह कि पुलिस पर से अब व्यापारियों का विश्वास उठता जा रहा है। पुलिस जब तक लूट के जेवर नहीं बरामद करा लेती तब तक व्यापारियों का आक्रोश शांत नहीं होगा।