नहीं थे एसडीएम ,अभ्यर्थियों ने ही निकाला रास्ता
सैदपुर : उपजिलाधिकारी ने डायट प्राचार्य नरेंद्रदेव पांडेय से फोन पर वार्ता की तो वह जिला मुख्यालय
सैदपुर : उपजिलाधिकारी ने डायट प्राचार्य नरेंद्रदेव पांडेय से फोन पर वार्ता की तो वह जिला मुख्यालय पर थे। इधर अभ्यर्थियों का आक्रोश बढ़ता जा रहा था क्योंकि अंतिम दिन था और उन्हें अन्य जगहों पर भी काउंसिलिंग करानी थी। अभ्यर्थियों ने एसडीएम से कहा कि उनकी फाइलें रखवा ली जाएं ताकि वे अन्य जनपदों में भी जाकर काउंसिलिंग करा सकें। इससे सहमति जताते हुए उपजिलाधिकारी ने कटेगरी के अनुसार सभी की फाइलें जमा कराई। इसके बाद भीड़ कम हुई। बाद में डायट के कर्मचारियों ने काउंटर लगाकर शेष अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग की।
प्राचार्य को ठहराया जिम्मेदार
सैदपुर : डायट के प्रवक्ताओं व कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने प्राचार्य से काउंसिलिंग के लिए पूछा था। इस पर उन्होंने मना कर दिया। उनके आदेश के बगैर हम काउंसिलिंग नहीं कर सकते थे। इसके चलते बवाल हुआ। अभ्यर्थियों ने करीब एक दर्जन कुर्सी, आधा दर्ज मेज व ट्री-गार्ड क्षतिग्रस्त कर दिए।
एनएच-29 पर भी लगाया जाम
सैदपुर : अभ्यर्थी डायट में बवाल करने के बाद एनएच-29 पर चले आए और जाम कर दिया। इससे करीब आधा घंटे तक एनएच-29 जाम रहा। बाद में पुलिस ने उन्हें समझाकर डायट परिसर में ले आए।
रविवार को भी हुआ था हंगामा
सैदपुर : डायट प्राचार्य नरेंद्रदेव पांडेय ने रविवार की शाम छह बजे के बाद काउंसिलिंग बंद करा दी। इससे आक्रोशित अभ्यर्थियों ने हो-हल्ला किया और एक प्रवक्ता की बाइक गिरा दी। इसके बाद एनएच-29 पर आकर जाम कर दिया। पुलिस ने पहुंचकर उन्हें समझाया लेकिन वह नहीं माने। इस पर पुलिस ने उनकी फाइल स्वयं ले ली। बाद में प्रभारी निरीक्षक रामचंद्र भारती ने डायट प्राचार्य से वार्ता की तो उन्होंने कहा कि फाइल आपने ली है आपकी जिम्मेदारी है। इस पर पुलिस ने फाइलें वापस कर दी। किसी तरह अभ्यर्थियों को समझाया।
डायट परिसर व मंदिरों में बिताई रात
सैदपुर : दूरदराज से आए अभ्यर्थियों ने रविवार की शाम काउंसिलिंग बंद होने के बाद पूरी रात डायट परिसर में या नगर स्थित मां काली मंदिर व बूढ़ेनाथ महादेव मंदिर पर बिताया।