जेलर व बंदी रक्षक में मारपीट
गाजीपुर : जिला जेल में बुधवार की दोपहर उस समय हड़कंप मच गया जब एक बंदी रक्षक ने जेलर की पिटाई कर दिया
गाजीपुर : जिला जेल में बुधवार की दोपहर उस समय हड़कंप मच गया जब एक बंदी रक्षक ने जेलर की पिटाई कर दिया। इसके बाद में किसी तरह बंदी रक्षकों ने दोनों को अगल किया। शाम को जेलर बीके द्विवेदी ने बंदी रक्षक पवन कुमार श्रीवास्तव के खिलाफ जानलेवा हमला का मुकदमा दर्ज कराया।
जेलर के मुताबिक वह दोपहर में अपने दफ्तर में बैठ कर विभागीय काम निपटा रहे थे। उसी दौरान बंदी रक्षक पवन कुमार श्रीवास्तव पहुंचा और वेतन में हुई कटौती के बारे में जेलर से पूछा। इस बारे में जानकारी के लिए उससे एकाउंटेंट के पास जाने को कहा। इस पर बंदी रक्षक भड़क गया और मारपीट पर उतारू हो गया। कोतवाल श्रीप्रकाश दुबे ने बताया कि जेलर की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
तीन साल में दो बार निलंबित व पांच बार हुआ तबादला
जेल प्रशासन के मुताबिक आरोपी बंदी रक्षक पवन कुमार श्रीवास्तव के खिलाफ शिकायतें रही हैं कि वह जिस जेल में तैनात रहा वहां मोबाइल बेचने के साथ बाहर से प्रतिबंधित सामान लाकर बंदियों को मुहैया कराता था। इस वजह से उसे दो बार निलंबन के अलावा पांच बार तबादला हो चुका है।
जेल में बेचता है मोबाइल
बंदी रक्षक पवन कुमार श्रीवास्तव काफी दिनों से बाहर से मोबाइल लाकर महंगे दामों पर बंदियों को मुहैया कराता है। इसकी जानकारी जब जेलर को हुई तो उन्होंने उसे फटकारा। इसी की वह खुन्नस खाया था। वेतन में कटौती तो एक बहाना था। जेलर के साथ मारपीट शर्मनाक बात है। बंदी रक्षक के खिलाफ कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
-उमेश सिंह, जेल अधीक्षक।