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नाम मात्र सिपाही, मुकदमा लिखने का भी संकट

गाजीपुर : जनपद की चालीस लाख आबादी की सुरक्षा पिछले दस दिन से रामभरोसे चल रही है। सुरक्षा के साथ ह

By Edited By: Published: Sun, 25 Jan 2015 08:01 PM (IST)Updated: Sun, 25 Jan 2015 08:01 PM (IST)
नाम मात्र सिपाही, मुकदमा लिखने का भी संकट

गाजीपुर : जनपद की चालीस लाख आबादी की सुरक्षा पिछले दस दिन से रामभरोसे चल रही है। सुरक्षा के साथ ही मुंशियों के तबादले से थानों में आने वाले फरियादियों के मुकदमे लिखने तक का संकट आ खड़ा हुआ है। डीजीपी के फरमान पर बार्डर के जिले के सिपाहियों को अन्यत्र रवाना करने का सिलसिला 11 जनवरी से शुरू हुआ। विभिन्न थानों, पुलिस कार्यालयों में तैनात 1045 सिपाही 23 जनवरी की शाम तक कार्यमुक्त कर गंतव्य के लिए रवाना कर दिए गए। संकट की स्थिति यह है कि रवानगी के बाद पुलिसकर्मियों के सप्ताह भर तक अवकाश पर चले जाने से गैर जिले से यहां के लिए स्थानांतरित सिपाहियों की आमद काफी धीमी गति से हो रही है। पुलिस लाइन में शनिवार तक ढाई सौ सिपाही आ चुके हैं। स्थानांतरित होकर जाने वालों की संख्या को ही देखा जाए तो आने वालों का औसत महज 25 फीसद भी नहीं है। ऐसे में अधिकतर थानों पर वर्तमान में औसतन तीन-चार सिपाही ही बचे हैं।

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स्टेशन अफसर रो रहे रोना

पुलिसकर्मियों के अभाव का कोतवाल और सभी थानों के थानाध्यक्ष रोना रो रहे हैं। क्षेत्राधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक नगर और ग्रामीण को फोन कर चार-पांच थानाध्यक्षों ने बताया कि उनके हमराही तक नहीं बचे हैं। मुकदमा लिखने के लिए मुंशी भी नहीं है। वे अंतिम समय तक लिखा-पढ़ी में दक्ष एक-दो पुलिसकर्मियों को ही बाद में रिलीव करने की बात कहकर रोके जाने की मंशा प्रकट करते रहे, लेकिन ऊपर से फरमान होने के चलते अधिकारी भी लाचारी दर्शाते हुए कार्यमुक्त करने को निर्देशित किए। साथ ही यह भी कहा कि चुनौती की ही घड़ी में सिपाहियों को अपना हुनर प्रदर्शित करने का मौका मिलता है। थाने में जो सिपाही बचे हैं, उन्हें पुचकार और प्रोत्साहित कर लिखा-पढ़ी से लेकर हमराही और क्षेत्र में जितना हो सके गश्ती का भी काम लिया जाए।

परेड करने वालों का जैसे-तैसे जुगाड़

गाजीपुर : गैर जनपद से आए डेढ़ सौ सिपाहियों और पहले से मौजूद पुलिसकर्मियों में गणतंत्र उत्सव पर परेड में फिट बैठने वालों का जुगाड़ हुआ। पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक उमाशंकर सिंह करीब दो सौ सिपाहियों को गणतंत्र परेड के लिए अल्पसमय में दक्ष करने में जुटे हैं।

फरार बंदी नहीं आ सका पकड़ में

गाजीपुर : स्वॉट टीम के मन में जाते-जाते एक कसक रह गई। सूत्रों का कहना है कि एसपी ने विगत दिनों पेशी पर आने के दौरान कचहरी परिसर से फरार बंदी ब्रह्मानंद सिंह को पकड़ने की जिम्मेदारी सौंपी थी। टीम ने जनपद से लेकर वाराणसी तक इसे पूरा करने की जीतोड़ मेहनत भी की, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। अब पहले से अनुभवी रितेंद्र सिंह को अपने नेटवर्क के जरिये इस चुनौती का चार्ज लेते ही सामना पड़ रहा है।


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