गाजीपुर में डीएम ने जड़ा भाजपा नेता को थप्पड़
जखनियां (गाजीपुर) : तहसील दिवस में जखनियां आए जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह पटेल को दुर्दशाग्रस्त सड़क पर प
जखनियां (गाजीपुर) : तहसील दिवस में जखनियां आए जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह पटेल को दुर्दशाग्रस्त सड़क पर पैदल चलाने की भाजपा कार्यकर्ताओं की जिद बवाल की सबब बनी गई। अन्य फरियादियों की सुनवाई कर मंगलवार की दोपहर करीब दो बजे गाड़ी में डीएम-एसपी के सवार होते ही भाजपा कार्यकर्ता आगे आकर नारेबाजी करने लगे। समझाने के लिए गाड़ी से नीचे उतरे जिलाधिकारी के बिल्कुल करीब आकर लोगों ने उन्हीं के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
आरोप है कि इस दौरान भाजपा की जिला कार्यसमिति के सदस्य पूर्णेदु त्रिपाठी को डीएम ने थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद भीड़ और उग्र हो गई। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने पूर्णेदु को हिरासत में लेकर गाड़ी में बैठाया तो धक्कामुक्की होने लगी। किसी तरह रास्ता खाली कराकर डीएम-एसपी को रवाना करने के बाद पुलिस ने पूर्णेदु को छोड़ दिया। इसके बाद आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों ने बस स्टैंड के पास प्रशासन के विरोध में धरना शुरू कर दिया। कुछ कार्यकर्ता दुकानें बंद कराने लगे। इस दौरान समूचे बाजार में अफरा-तफरी मच गई। अंत में पार्टी नेताओं से राय-मशविरा कर आगे के आंदोलन के लिए बुधवार को रणनीति बनाने का एलान कर कार्यकर्ता अपने घरों को रवाना हुए।
तहसील दिवस में करीब साढ़े दस बजे डीएम-एसपी ने सुनवाई शुरू ही की थी कि भाजपा के काशी प्रांत के मंत्री बृजेंद्र राय के नेतृत्व में दर्जन भर कार्यकर्ता ज्ञापन लेकर पहुंचे। मनिहारी-फद्दोपुर मार्ग सहित अन्य सड़कों की दुर्दशा से अवगत कराते हुए जिलाधिकारी से मौके पर चलकर देखने का आग्रह किया। डीएम ने मनिहारी सड़क के संबंध में ठेकेदार के खिलाफ एफआइआर, रिकवरी नोटिस व नए सिरे से निर्माण की कार्रवाई से अवगत कराया। साथ ही अन्य कार्यो की व्यस्तता का हवाला देते हुए मौके पर जाने से इंकार कर दिया। डीएम को सड़क पर पैदल चलाकर कष्ट से अवगत कराने की जिद पर कार्यकर्ता अड़े रहे। दोपहर करीब दो बजे एसपी संग अपनी गाड़ी में डीएम सवार हुए। कार बढ़ी ही थी कि भाजपा कार्यकर्ता प्रदर्शन करने लगे।
अभद्रता की तो धक्कामुक्की हुई
तहसील दिवस में ज्ञापन देने के दौरान मनिहारी रोड के बाबत की गई कार्रवाई से हमने अवगत कराया। दो बजे गाड़ी में सवार हुए तो प्रदर्शनकारी आगे-आगे चलने लगे। डीएम-एसपी के खिलाफ अमर्यादित नारेबाजी शुरू की तो मैं गाड़ी से उतर गया। साथ ही लोगों को समझाने की कोशिश की। बावजूद इसके लोग अभद्रता पर उतर आए और धक्कामुक्की हुई। यह व्यवहार कानूनी कार्रवाई की जद में आता है लेकिन इसे जनता की गलती मानकर अभी कुछ निर्णय की स्थिति में नहीं हैं।
-नरेंद्र सिंह पटेल, जिलाधिकारी।
भावनाओं से कराना चाहते थे अवगत
जनता जिस सड़क पर चलने में रोज दर्द झेलती है, उस पर जिलाधिकारी को चलाकर अपनी भावनाओं से अवगत कराना चाहते थे। ज्ञापन देते समय उन्होंने दो बजे के बाद चलने की बात कही थी। इसके उलट जब निकलने को हुए तो इंकार कर दिया। इससे खफा कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे तो जिलाधिकारी ने हमें लक्ष्य कर थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने मुझ पर लाठियां बरसाई।
-पूर्णेदु त्रिपाठी, भाजपा जिला कार्यसमिति सदस्य।